MP : इस गाँव की सीमा में महिलाओं का पहरा,नहीं प्रवेश कर पाया कोरोना

बैतूल / Betul News Updates। आज के समय में कहा जाता है कि महिलाएं किसी भी मामले में पुरूषों से पीछे नहीं हैं। इसी बात की मिशाल पेश की है बैतूल के एक गांव की महिलाओं ने।

Update: 2021-05-06 21:40 GMT

बैतूल / Betul News Updates। आज के समय में कहा जाता है कि महिलाएं किसी भी मामले में पुरूषों से पीछे नहीं हैं। इसी बात की मिशाल पेश की है बैतूल के एक गांव की महिलाओं ने। वह पुरूषों से पीछे नही काफी आगे हैं। बैतूल के चिखलार गांव की महिलाओं ने गांव के हर पहुंच मार्ग पर पहरा देना शुरू कर दिया। आज हालत यह है कि गांव में कोरोना वायरस की एंट्री नहीं हुई है। 

महिलाएं दे रही पहरा

कोरोना संकट को देखते हुए गांव की महिलाओ को समझ में आया कि अगर गांव का कोई भी व्यक्ति गांव से बाहर न जाये और बाहर का कोई भी व्यक्ति गांव में न आये तो कोरोना को गांव में प्रवेश नही मिल सकता। इसके लिए गांव के महिलाओं ने गांव के सभी रास्तों में स्वंय पहरा देने लगी। आज हालत यह है कि गांव में एक भी कोरोना रोगी नही है।

पहल की हो रही सरहना

बताया जाता है कि बैतूल के चिखलार गांव (chikhlar Village) की महिलाओं के द्वारा की गई इस पहल की लोगों द्वारा सराहना की जा रही है। वैसे यह भी बताया जा रहा है कि बैतूल का चिखलार गांव अवैध कच्ची शराब के लिए प्रशिद्ध है। इस गांव में ज्यादातर काम महिलाओं द्वारा ही किया जा रहा है।

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