पटवारी चयन परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, कहा 31 तक नियुक्ति नहीं तो, सितंबर में प्रदर्शन शुरू
MP News Today: पटवारी परीक्षा के चयनित उम्मीदवार अब सरकार से असंतुष्ट नजर आ रहे हैं। चयनित अभ्यर्थियों का कहना है वह सरकार की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं। कई वर्ष दिन-रात एक करने के बाद परीक्षा उत्तीर्ण करने का मौका मिला। रिजल्ट आने के बाद घर परिवार की भी आशा जुड़ गई। लेकिन हुए भ्रष्टाचार के कतिपय कारणों की वजह से समूचा रिजल्ट रोक दिया गया है। यह अभ्यर्थियों के साथ नाइंसाफी है। कहा गया था कि 31 अगस्त नियुक्ति का निर्णय ले लिया जाएगा। क्यों का कहना है कि अगर निर्णय नहीं लिया जाता तो 3 सितंबर से भोपाल में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
31 तक निर्णय ले सरकार
चयनित अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखते हुए कहा है 31 अगस्त तक इस संबंध में निर्णय लिया जाना चाहिए अगर सरकार इस निश्चित अवधि में निर्णय नहीं लेती है तो 3 सितंबर से अनिश्चितकालीन दर्शन करने के लिए प्रदेशभर के अभ्यर्थी मजबूर होंगे। इसकी सारी जवाबदारी प्रदेश के मुखिया की होगी। पत्र में लिखा गया है कि जांच आयोग द्वारा अभी तक मात्र 15 जिलों की शिकायते आमंत्रित की गई हैं। अभी भी 37 जिलों की संभावित प्रतिनिधित्व बाकी है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि अवश्य ही देरी होगी।
अभ्यर्थियों की 5 प्रमुख मांगे
अभ्यर्थियों ने नियुक्त देने के संबंध में सरकार को सलाह के साथ ही अपनी मांगे भी सौंपी हैं। जिसमें कहा गया है कि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान सभी अभ्यर्थियों से शपथ पत्र लिया जाए। दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही हो।
अभ्यर्थियों का कहना है कि मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद 90 दिनों के अंदर नियुक्त देने के आदेश पर अमल किया जाए।
अभ्यर्थियों का कहना है कि सितंबर के महीने में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन करवाया जाए और सितंबर के महीने में भी सभी को नियुक्ति दे दी जाए।
मुख्यमंत्री के आदेशानुसार जांच समय सीमा में पूरी होनी चाहिए। अगर समय पर जांच पूरी नहीं हो रही तो इसके लिए आयोग जवाबदार होगा। साथ ही मुख्यमंत्री के बयान की विश्वसनीयता कायम रखी जाए।
अभ्यर्थियों ने कहा है कि 31 अगस्त तक हमारी नियुक्त पर निर्णय नहीं लिया गया तो हम सभी चयनित अभ्यर्थी 3 सितंबर के दिन भोपाल में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे।
रिटायर्ड जज कर रहे जांच
पटवारी चयन परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज राजेंद्र कुमार वर्मा द्वारा की जा रही है। 31 अगस्त तक जांच कर सरकार को अनुशंसा भेजने के लिए कहा गया है।