MP: बगैर अनुमति के गायब हो गए तहसीलदार, मोबाइल भी किया स्विच ऑफ, नोटिस जारी कर कलेक्टर ने मांगा जवाब
Katni MP News: कटनी जिले में प्रशासनिक अधिकारियों-कर्मचारियों की लापरवाही का खामियाना आम जनता को उठाना पड़ता है।
Katni MP Rithi Tehsildar News: कटनी जिले में प्रशासनिक अधिकारियों-कर्मचारियों की लापरवाही का खामियाना आम जनता को उठाना पड़ता है। अधिकारियों की गैर जिम्मेदाराना कार्यप्रणाली का खामियाजा आम जनमानस को उठाना पड़ता है। इसी परिप्रेक्ष्य में जिले के रीठी में पदस्थ तहसीलदार रूपेश रतन सिंघई को बिना अनुमति मुख्यालय छोड़ने पर कलेक्टर द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
कलेक्टर ने जो नोटिस दी है उसके तहत तहसीलदार को तीन दिन के अंदर उपस्थित होकर जवाब देना होगा। नोटिस में कहा गया है कि शासन की धान उपार्जन जैसे महत्वपूर्ण कार्य को छोड़कर पर्यवेक्षक अधिकारी और कार्यपालिक मजिस्ट्रेट जैसे दायित्वों को छोड़कर बिना अनुमति के अवकास से मुख्यालय छोड़ कर बाहर जाना पदीय दायित्वों के विपरीत है।
कलेक्टर ने कहा है कि सक्षम अधिकारी से अनुमति लेकर मुख्यालय से बाहर जाना चाहिए था। आप बिना अनुमति लेकर मुख्यालय से बाहर चले गए। बिना किसी स्वास्थ्य और आपात कारण के खुद निर्णय लेकर मुख्यालय से बाहर चले जाना और मोबाइल का स्विच ऑफ कर लेना तहसीलदार के पदीय दायित्वों के अनुकूल नहीं है। जानबूझकर वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों व निर्देशों की अवहेलना की है।
यह कार्य मप्र सिविल सेवा आचरण नियम में वर्णित प्रावधानो का उल्लंघन है। इसलिए कारण बताओ नोटिस का जवाब पत्र तीन दिन के अंदर उपस्थित होकर प्रस्तुत करें। समय पर जवाब न देने की स्थिति में आपके के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए संभागायुक्त जबलपुर की ओर प्रस्ताव भेजा जाएगा।
चर्चा का विषय बना नोटिस
कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा नियमों को ताक में रख गायब होने वाले तहसीलदार को नोटिस देने की कार्रवाई क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। साथ ही जिले में अब तक बिना बताए गायब होने वाले अधिकारी-कर्मचारी भी अब इस डर से आशंकित हैं कि कहीं अब अगला नंबर उनका ही न हो। उल्लेखनीय है कि प्रशासनिक कवायद लाने के लिए कलेक्टर द्वारा लापरवाह अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है।