MP में यहाँ बारिश के लिए अजीब टोटका, बिन कपड़े खेरमाता मंदिर जातीं हैं लड़कियां
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के दमोह जिले (Damoh) के आदिवासी बाहुल्य इलाके की प्रथा के बारे में सुन कर आपके होश उड़ जायेंगे।
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के दमोह जिले (Damoh) के आदिवासी बाहुल्य जबेरा ब्लाक के बनिया गांव में एक ऐसी प्रथा है जिसे सुनने के बाद लोगों होश हवा हो जाते है। एक सभ्य समाज की कल्पना में इस तरक के रीति-रिवजों का कोई महत्व नही है। फिर भी इन प्रथाओं का आज भी अपना महत्व है और लोग निभा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह रिवाज काफी समय से चला आ रहा है।
क्या है टोटका
बनिया गांव के लोगों का मानना है कि अगर अच्छी बारिश नही हो रही है। तो इसके लिए कुछ उपाय करने होते हैं। यह उपाय बच्चियो के द्वारा ही पूरा होता है। जिसे खेर माता स्वीकार करती हैं और बाद में आर्शीवाद स्वरूप पानी की अच्छी बारिश होती है।
कैसे पूरी होती हैं मन्नत
आदिवासी बाहुल्य बनिया गांव के लोगों की मान्यता है कि बारिश कम होने पर खेर माता की मूर्ति पर एक टोटका करना होता है। इसके लिए छोटी बच्चियों को बिना कपडे के लेकर खेर माता के मंदिर तक जाना होता है।
मंदिर जाने के लिए बच्चियो के बिना कपडे के जाना होता है। इस दौरान वह बच्चियां अपने कंधे पर मूसल रखकर चलती है। उस मूसल में मेंढकी बंधी होती है। पहले गांव में उन बच्चियो को घुमाया जाता है।
बाद में जब बच्चियां मंदिर पहुंच जाती है तो खेर माता की मूर्ति पर गोबर लगा देते है और सभी वहां से चली आती है। गोबर इतना पतला लगाया जाता है कि बारिश में वह छूट जाये।
आज के समय मे भी इस तरह की रूढवादिता समझ के परे है। जब तक समाज के लोग सामने नही आते है। इसे समाप्त नही किया जा सकता। फिर भी स्थानीय प्रशासन इस ओर ध्यान बनाए हुए है।