एमपी की इस जेल में लग रही कैदियों की स्मार्ट क्लास, 80 साल तक के बुजुर्ग भी हो रहे शामिल
MP News: मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम केन्द्रीय जेल में कैदियों के लिए स्मार्ट क्लास लगाई जा रही हैं। इस निरक्षर क्लास में 20 से 80 वर्ष तक के बुजुर्ग कैदी भी शामिल हो रहे हैं। जिनमें कुछ महिलाएं भी हैं।
मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम केन्द्रीय जेल में कैदियों के लिए स्मार्ट क्लास लगाई जा रही हैं। इस निरक्षर क्लास में 20 से 80 वर्ष तक के बुजुर्ग कैदी भी शामिल हो रहे हैं। जिनमें कुछ महिलाएं भी हैं। इन कैदियों को रोजाना 2 शिक्षकों की ओर से अध्यापन कराया जा रहा है। जिससे वह अक्षर ज्ञान सीखकर खुद को साक्षर बना सकें।
पढ़ने-लिखने का मिल रहा मौका
केन्द्रीय जेल नर्मदापुरम में निरक्षर क्लास का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें काफी संख्या में कैदी शामिल हो रहे हैं। यहां उन्हें अक्षर ज्ञान के साथ-साथ स्मार्ट तरीके से लिखने और पढ़ने का मौका मिल रहा है। इस प्रक्रिया से करीब 160 बुजुर्ग कैदी सीख रहे हैं। साक्षरता अभियान की सफलता दिखाती है कि पिछले साल की तुलना में स्कूल में बंदी कैदियों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है। जेल के दोनों खंडों में निरक्षर बंदियों को साक्षर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। यहां कैदियों को रोजाना दो शिक्षकों की ओर से अध्यापन करवाया जा रहा है।
नए तरीके से कर रहे पढ़ाई
नर्मदापुरम केन्द्रीय जेल प्रबंधन का कहना है कि निरक्षर क्लास का आयोजन जेल में किया जा रहा है जिसमें 20 से 80 वर्ष तक के बुजुर्ग कैदी भी शामिल हो रहे हैं, इनमें कुछ महिलाएं भी शामिल हैं। यह स्मार्ट क्लास में दोनों जेल को मिलाकर करीब 65 निरक्षर बंदी-कैदी नए तरीके से पढ़ाई कर रहे हैं। शिक्षक इन्हें फोटो, वीडियो के माध्यम से अक्षर का ज्ञान करा रहे हैं। यह सभी एलईडी स्क्रीन पर प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम को भी सुनते और देखते हैं। 14 सितम्बर को विश्व हिन्दी दिवस पर भी इन्हें व्यंग्यकार पंडित हरिशंकर परसाई के नाट्य मंच को दिखाया गया। प्रौढ़ शिक्षा के अंतर्गत लगने वाली कक्षा में करीब 97 बंदी कैदी शिक्षा की अलख जगा रहे हैं।