किसानों के लिए आसमानी आफत, MP में गिरे ओले, बारिश और हवा से फसलों को नुकसान
MP में बिगड़ रहा मौसम किसानों के लिए बन रहा समस्या.;
मौसम। एमपी में मौसम का बदलाव देखा जा रहा है और मौसम किसानों के लिए समस्या बन रहा है। बीतें 24 घंटों के दौरान एमपी के उज्जैन, नीमच आदि जिलों में ओले की बारिश हुई तो कई जिलों में बूदांबादी के साथ हवाएं चलने से खेतों में खड़ी फसलें गिर रही है। किसानों की माने तो इससे फसलें लगें हुए दाने खराब काले पड़ जाएगे और खराब होने से फसलों के उत्पादन प्रभाव पड़ेगा।
यहा का बिगड़ा मौसम
खराब मौसम के बीच रतलाम, गुना, सागर में हल्की बूंदाबांदी हुई है। नीमच और उज्जैन जिले में बारिश के साथ कहीं-कहीं ओले भी गिरे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे नीमच, मंदसौर, रतलाम, छिंदवाड़ा भिंड व मुरैना में तेज हवा और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। तो वही 30 से 40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलेगी।
पश्चिम विक्षोभ का असर
मौसम विभाग के मुताबिक, वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ की वजह से यह मौसम बन रहा है। जिससे पूर्वी बांग्लादेश, उत्तरी गुजरात और केरल तट के पास चक्रवातीय गतिविधियां सक्रिय हैं। केरल तट के पास सक्रिय चक्रवातीय परिसंचरण से लेकर पश्चिमी भारतीय तट के समांतर ट्रफ लाइन गुजर रही है। इसी कारण बारिश का सिस्टम बना हुआ है।
सबसे ठंडा रहा पचमढ़ी
बुधवार की रात प्रदेश में सबसे ठंडा पचमढ़ी रहा। यहां तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सिवनी में पारा 19 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। जबलपुर में 18.2 और ग्वालियर में 17.7 डिग्री सेल्सियस पारा रहा। सतना, दमोह, सीधी और उमरिया में तापमान 17 डिग्री के पार दर्ज किया गया।
किसानों ने कंहा खराब हुई फसलें
उज्जैन और आसपास के इलाकों में बुधवार रात तेज बारिश के साथ ओले भी गिरे है। किसानों को कहना है कि इससे गेहूं, चना, प्याज और आलू की फसलों पर असर पड़ेगा। तो वही नीमच में गेहूं, सरसों, लहसुन, ईसबगोल की फसल पर प्रभाव पड़ा है तो अफीम पौधों में लगे डोडे टूट गए।
किसानों को कहना है कि यह मौसम किसी भी तरह से उनके हित में नही है और इससे महज किसानों की बर्बादी होगी। ज्ञात हो कि इन दिनों किसान खेतों मसूर, सरसों, अलसी सहित अन्य फसलों की कटाई कर रहा है।