सीधी: बैंकर्स एवं विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर जिले में आर्थिक गतिविधियों को दे बढ़ावा-: कलेक्टर चौधरी

बैंकर्स एवं विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर जिले में आर्थिक गतिविधियों को दे बढ़ावा-: कलेक्टर चौधरी सीधी कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी की;

Update: 2021-02-16 06:33 GMT

बैंकर्स एवं विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर जिले में आर्थिक गतिविधियों को दे बढ़ावा-: कलेक्टर चौधरी

सीधी (विपिन तिवारी ) । कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी की अध्यक्षता में डीएलसीसी की त्रैमासिक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें स्वरोजगार योजनाओं का संचालन करने वाले विभाग तथा बैंको के प्रतिनिधि उपस्थित रहें। कलेक्टर चौधरी ने कहा कि कोविड़ महामारी के चलते जिले में आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुयी हैं। उक्त स्थिति से बाहर निकलने के लिए बैंकर्स तथा विभागीय अधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करने की आवश्यकता है जिससे जिले में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिले।

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कलेक्टर चौधरी ने कहा कि विभाग बैंकों को प्रकरण भेजते समय उनकी गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखे तथा बैंक स्वयं क्षेत्र भ्रमण कर पात्र लोगों के प्रकरणों का प्राथमिकता के आधार पर स्वीकृत कर वितरण करें। ऐसा करने से उत्पादक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा तथा जिले में रोजगार के अवसर बढ़ेंगें।
कलेक्टर चौधरी ने कहा कि विगत दिनों पीएम स्वनिधि योजना अंतर्गत जिले में अच्छा कार्य हुआ है। हमें इसे सतत् रूप से आग्र बढ़ाना है। उन्होने कहा कि जिन पथ विक्रेताओं को ़ऋण प्रदाय किया गया है, निरंतर उनके संपर्क में रहें तथा उन्हें समय से ऋण अदायगी के लिए प्रेरित करें। जिससे उनकी क्रेडिट में वृद्धि होगी तथा उन्हें पुनः ऋण की पात्रता होगी। कलेक्टर चौधरी ने बताया कि ग्रामीण पथ विक्रेताओं को भी मदद करने के लिए 10 हजार रूपये तक के ऋण प्रदाय किए जाने हैं। इसे भी अभियान चलाकर पात्र हितग्राहियों को लाभ प्रदाय करने की कार्यवाही की जाए।

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कृषि एवं उससे जुड़ी गतिविधियों में है अपार संभावनाएं

कलेक्टर चौधरी ने कहा कि सीधी जिला मुख्य रूप से ग्रामीण परिवेश वाला जिला है जहॉ के लोग कृषि आधारित गतिविधियों पर ही निर्भर हैं। सीधी जिले में कृषि के साथ-साथ उद्यानिकी, पशुपालन एवं मछली पालन जैसी गतिविधियों में अपार संभावनाएं हैं। कलेक्टर चौधरी ने बताया कि कृषि आधारित गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए शासन स्तर से निरंतर प्रयास किए जा रहें हैं। ऐसे में बैंकर्स भी प्रोसेसिंग उद्योगों का अपना सहयोग दें जिससे कृषकों की आय में वृद्धि हो। कलेक्टर चौधरी ने पश्ुपालन एवं मछली पालन से जुड़े कृषकों को पात्रतानुसार क्रेडिट कार्य जारी करने के लिए कहा है।
बैठक में डिप्टी कलेक्टर ए.के. सिंह, श्रेयस गोखले, एल.डी.एम. डी.एल. डोई, डीडी एम नाबार्ड, स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया, यूनियन बैंक तथा मध्यान्चल गा्रमीण बैंक के रीजनल अधिकारी सहित सभी बैंकों के प्रतिनिधि एवं संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें। [signoff]

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