पचमढ़ी में 22 घंटे चला शिवराज कैबिनेट का 'मंथन', जानिए प्रदेशवासियों के लिए क्या है ख़ास?
एमपी सरकार (MP Government) ने प्रदेशवासियों पर फोकस किया है।
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की शिवराज कैबिनेट (Shivraj Cabinet) ने राजधानी से हट कर प्रदेश की पर्यटन नगरी पचमढ़ी में 22 घंटे तक चितन-मंथन किया है। यह मंथन सरकार आगामी विधानसभा के चुनावों पर फोकस करते हुए किया है। जिसमें पब्लिक से जुड़े कामों को लेकर सरकार फोकस करते हुए अपनी पुरानी योजनाओं को फिर से चालू करने एवं उसे और बेहतर बनाने के लिए अमृत माना है। जिसमें कन्या विवाह, लाडली लक्ष्मी योजना एवं तीर्थ दर्शन योजना को फिर से सरकार चालू करने जा रही है।
कन्या विवाह योजना
21 अप्रैल से कन्या विवाह योजना नए स्वरूप में शुरू होगी। पूर्व की कमलनाथ सरकार ने कन्या विवाह योजना की राशि को 28 हजार से बढ़ाकर 51 हजार रुपए किया था। शिवराज सरकार ने अब इसमें 4 हजार रुपए बढ़ाकर 55 हजार रुपए करने का निर्णय लिया है। योजना के अंतर्गत बेटियों को गृहस्थी का सामान भेंट स्वरूप प्रदान किया जाएगा।
तीर्थ दर्शन योजना
सरकार ने तीर्थ दर्शन योजना को भी नए तरीके से लॉन्च करने का निर्णय लिया है। 18 अप्रैल को फिर से मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना शुरू होगी। इस दिन काशी विश्वनाथ तीर्थ के लिए ट्रेन रवाना की जाएगी। संभावना है कि सीएम शिवराज सिंह अपनी कैबिनेट के साथ तीर्थ यात्रा करने वाले बुजुर्गों की सेवा करते दिख सकते हैं।
लाडली लक्ष्मी योजना
2 मई को लाडली लक्ष्मी योजना 2.0 का शुभारंभ होगा। प्रदेश में करीब 43 लाख बेटियों को लाडली लक्ष्मी योजना का लाभ मिल रहा है। अब इनके लिए उच्च शिक्षा की फीस का प्रबंध भी राज्य सरकार करेगी। वहीं, हर साल 2 मई को लाडली लक्ष्मी दिवस मनाया जाएगा। 2 से 11 मई तक पूरे राज्य में लाडली लक्ष्मी उत्सव मनाने का फैसला भी शिवराज सरकार ने किया है। इसकी रूपरेखा तय करने की जिम्मेदारी महिला मंत्री समूह को दी गई है। इसमें कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, मीना सिंह मांडवी और ऊषा ठाकुर को शामिल किया है।
इस पर भी निणर्य
राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार की सहायता से बस चलाने का निर्णय भी लिया है। इसके लिए सरकार पूरी नीति तैयार करेगी। ग्रामीण क्षेत्र में भी परिवहन की सुविधा उपलब्ध कराने को मिशन-2023 की तैयारी से जोड़कर देखा जा रहा है। तो वही सीएम राइज स्कूल से स्टूडेंट़स के पेरेंट्स को खुश करने की भी सरकार कोशिश में है। सरकार स्कूलों में आने-जाने के लिए बस फैसिलिटी देकर प्राइवेट स्कूलों की तरह माहौल बनाकर पेरेंट्स को खुश करने की कोशिश की गई है। क्लास 8जी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पढ़ाने की भी तैयारी है।