Satna: नौकरी की लालच में मामा को बनाया पिता, शिकायत के बाद मामला आया सामने
फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर युवक ने 2008 में वनरक्षक के पद पर नौकरी हासिल की थी।
सतना: नौकरी की चाह में एक युवक ने अपने मामा को ही पिता बना दिया। फर्जी जाति और निवास प्रमाण पत्र के आधार पर युवक ने नौकरी भी पा ली। मामले की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में किए जाने के बाद इस बात का खुलासा हुआ।
कहां से जारी हुआ प्रमाणपत्र
बताया गया है कि वन मंडल सतना में कार्यरत प्रेमनारायण ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी हासिल की है। नायब तहसीलदार मझगवां द्वारा यह कजाति प्रमाण पत्र जारी किया गया था। इसी फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर युवक ने 2008 में वनरक्षक के पद पर नौकरी हासिल की थी। तब से अब तक युवक नौकरी करता आ रहा है।
कहां है समस्या
बताया गया है कि युवक एमपी का निवासी नहीं है। इसके अलावा वह अनुसूचित जनजाति में भी नहीं आता है। युवक प्रेमनारायण आरख ग्राम ढोलबजा पोस्ट हरिहरपुर तहसील कर्वी चित्रकूट यूपी (Chitrakoot UP) का रहने वाला है। यूपी में आरख जाति पिछड़ा वर्ग (Backward Class) में आती है। एमपी में नौकरी हासिल करने के लिए अपने मामा को अपना पिता बना कर फर्जी जाति प्रमाणपत्र बनवा लिया। ऐसा इसलिए हुआ कि युवक के मामा का नाम और पिता का नाम समान है। युवक के मामा का नाम भी पिता की ही तरह रामखेलावन है। पिछले 14 वर्ष से युवक वन मंडल सतना में कार्यरत है।