Sachin Tendulkar: मध्यप्रदेश के 560 आदिवासी बच्चों की पठाई का खर्च उठाएंगे सचिन तेंदुलकर
Sachin Tendulkar: सचिन तो क्रिकेट के भगवान थे ही अब आदिवासी बच्चों के लिए मसीहा भी बन गए
Sachin Tendulkar: क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर अब मध्यप्रदेश के आदिवासी बच्चों के लिए मसीहा बन गए हैं। सचिन ने एमपी के 560 आदिवासी बच्चों की पठाई में होने वाले खर्च की जिम्मेदारी उठाई है। बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए सचिन ने एक NGO से हाथ मिलाया है।
मंगलवार को सचिन तेंदुलकर ने ये फैसला किया है खास बात तो ये है कि आज ही के दिन सचिन ने 2013 में क्रिकेट की दुनिया से सन्यास लिया था। एमपी के सीहोर जिले के दूरदराज के गावों में सेवा कुटीर बनाए एक एनजीओ के साथ मिलकर सचिन ने बच्चों की पढाई का जिम्मा उठाया है। एमपी के सेवनिया में सचिन मंगलवार को पहुंचे भी थे।
माता-पिता की इक्षा हुई पूरी
सचिन इंदौर इंदौर मार्ग से होते हुए देवास के जिले खातेगांव के संदलपुर गए, जहाँ उन्होंने 560 आदिवासी बच्चों की पढाई का जिम्मा उठाने की बात करते हुए कहा कि यह उनके माता-पिता की इक्षा थी के वो बच्चों के लिए कुछ करें, वो आज हमारे बीच होते तो ख़ुशी होती। संस्था परिवार नामक एनजीओ बच्चों की पढाई के लिए काम करती है।
चुपके से पहुंचे थे सचिन लेकिन गांव वालों ने पहचान लिया
सचिन अन्य लोगों के साथ बिल्डिंग का दौरा करने भी गए थे। उनकी यह विजिट गोपनीय थी लेकिन जैसे ही गाँव से उनका काफिला गुजरा तो लोग समझ गए की ये सचिन तेंदुलकर है। लोगों ने हाथ दिखा कर उनका स्वागत किया तो कई लोगों ने उनपर फूल बरसाए। सचिन ने भी लोगों से हाथ मिलाकर उनका अभिवादन किया।
गरीब परिवारों की सचिन कर रहे हैं मदद
सीहोर जिले के गाँव सेवनिया,बीलपाटी, खापा, नयापुर, जामुन झील, के बच्चों की पढाई अब सचिन के फाउंडेशन की मदद से हो रही है। सचिन के ज़रिये ही बच्चों को भोजन-पानी की व्यवस्था होती है। ये बच्चे भील और गोंड जनजाति के हैं।