रीवा से गये थे पैसा कमाने, बना लिए गये बंधक, कलेक्टर रीवा ने की कार्रवाई जयपुर से छुडवाया, मजदूरों ने कहा साहब आप नहीं होते तो..
रीवा से गये थे पैसा कमाने, बना लिए गये बंधक, कलेक्टर रीवा ने की कार्रवाई जयपुर से छुडवाया, मजदूरों ने कहा साहब आप नहीं होते तो..
रीवा से गये थे पैसा कमाने, बना लिए गये बंधक, कलेक्टर रीवा ने की कार्रवाई जयपुर से छुडवाया, मजदूरों ने कहा साहब आप नहीं होते तो
रीवा। रीवा कलेक्टर ने कार्रवाई कारते हुए जिले के जवा तहसील के 3 मजदूरों को सुरक्षित जयपुर से रीवा ले आये। कलेक्टर के पास पहुंचने के बाद मजदूरों के आंखों से आंसू छलक पडे़। रुआसे मजदूरों ने कहा साहब आप नहीं होते तो हम आज यहां नहीं पहुंच पाते। शायद वहीं तिल-तिल कर मर जाते।
हुआ कुछ ऐसा था कि जवा के देवखर निवासी इंद्रमणि पिता जमुना प्रसाद, खारा गांव के सुनील पिता ब्रजमोहन और उसी का चचेरा भाई अनीत कुमार पिता दाईलाल काम की तलाश में पडोसी गांव के एक युवक के साथ जयपुर राजस्थान काम करने गये मजदूर बंधक बना लिए गये। साथी मजदूर के फोन से इस बात की जानकारी जब बंधक बने मजदूर के परिजनो को हुई तो वह अपनी फरियाद कलेक्टर रीवा इलैयाराज टी से की।
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आवेदन पाने के बाद कलेक्टर रीवा ने मामले की जांच पड़ताल की। इसके बाद जयपुर कलेक्टर के साथ आईजी व एसपी से बात कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। वहीं कार्रवाई का भरोषा जयपुर से मिलने के बाद कलेक्टर ने राहत की सांस ली। बताया जाता है कि पुलिस ने जयपुर के हिगोनिया तहसील रेनवाल में एक आटा, मैदा मिल में जाह रीवा के मजदूर काम करते थे उन्हे छापामार कार्रवाई मजदूरो को बचाया गया। मजदूरों को सुरक्षित रीवा भेजा गया।
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काफी जद्दो जहद के बाद मजदूर इन्द्रमणि, अनीत और सुनील जब रीवा पहंुचे और कलेक्टर इलैया राजा टी से मुलाकात की। मजदूर अपने गृह जिले में पहुंचने के बाद ऐसा महशूस कर रहे थे जैसे वह अपने घर पहुंच गये। कलेक्टर से रोते हुए कहा कि साहब अगर आप नहीं होते तो हम कभी नहीं आ पाते। वही कलेक्टर ने श्रमिकों को पांच-पांच हजार रुपए और ग्राम पंचायत में पुनर्वास के लिए आवास, जमीन आदि दिलाने का दिलासा दिया है।