एमपी: आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा करने वाले डॉक्टरों का रद्द होगा पंजीयन
आयुष्मान योजना (Ayushman Yojana) के माध्यम से फर्जीवाड़ा करने वाले डॉक्टर सावधान हो जाएं। अन्यथा उन पर बड़ी कार्यवाही हो सकती है।
आयुष्मान योजना (Ayushman Yojana) के माध्यम से फर्जीवाड़ा करने वाले डॉक्टर सावधान हो जाएं। अन्यथा उन पर बड़ी कार्यवाही हो सकती है। जानकारी मिल रही है कि इस तरह फर्जी कार्य करने वाले डॉक्टरों का पंजीयन रद्द कर दिया जाएगा। क्योंकि हाल के दिनों में आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा के आरोप में एक डॉक्टर और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार किया गया है। अब उनका पंजीयन रद्द करने मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया विचार कर रही है।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश भोपाल की पुलिस ने आयुष्मान योजना के तहत फर्जीवाड़ा करने वाले एक भोपाल के डॉक्टर विवेक परिहार तथा उनके एक साथी को गिरफ्तार किया गया। इन लोगों ने फर्जी बिल बनाकर करीब 200 मरीजों के नाम पर फर्जीवाड़ा किया। मरीजों को भर्ती कर अधिक बिल राशि निकाली गई। अब डॉक्टर पर लाखों रुपए गबन का आरोप है।
यह कोई पहला और नया मामला नहीं है। इसके पहले भी इस तरह की कई शिकायतें सामने आ चुकी हैं। बताया तो यहां तक जाता है की चार अन्य अस्पतालों पर स्वास्थ्य विभाग को संदेह है। जिसके लिए जांच की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। देखना यह है कि आयुष्मान योजना में कितने फर्जीवाड़ा करने वाले अस्पताल और डॉक्टर सामने आ सकते हैं।
एमसीआई कर रही तैयारी
मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया डॉक्टरों का पंजीयन रद्द करने पर विचार कर रही है। इसके लिए नियमों पर विचार और जानकारी एकत्र करने के बाद कार्यवाही की जाएगी। साथ ही इस मामले में सरकार की मनसा भी लिया जाएगा।
अस्पताल को नोटिस जारी
वैष्णो अस्पताल भोपाल के संचालक डॉ विवेक परिहार पर आयुष्मान योजना के तहत फर्जीवाड़ा करने का आरोप है। इस मामले में भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने अस्पताल को नोटिस जारी कर दिया है। साथ ही सीएमएचओ ने आयुष्मान भारत योजना के तहत अस्पताल में मरीजों को एडमिट करने पर रोक लगा दी गई है।