Singrauli News: 5 हजार रुपए रिश्वत लेते पटवारी को रीवा लोकायुक्त ने रंगे हाथ दबोचा
Singrauli News: लोकायुक्त पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाइयों के बाद भी सरकारी अधिकारी, कर्मचारी रिश्वत लेने से गुरेज नहीं करते। ऐसा ही मामला सिंगरौली जिले की चितरंगी तहसील अंतर्गत खटाई गांव का प्रकाश में आया है।
लोकायुक्त पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाइयों के बाद भी सरकारी अधिकारी, कर्मचारी रिश्वत लेने से गुरेज नहीं करते। ऐसा ही मामला सिंगरौली जिले की चितरंगी तहसील अंतर्गत खटाई गांव का प्रकाश में आया है। जहां लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते पटवारी को रंगे हाथ दबोचा है। पटवारी द्वारा भूमिहीन लोगों को शासकीय आवासीय भूमि का पट्टा देने की एवज में रिश्वत की मांग की जा रही थी। रिश्वत लेते समय वह लोकायुक्त के शिकंजे में फंस गया।
पटवारी कर रहा था 10 हजार रुपए की मांग
भूमिहीन लोगों को शासकीय आवासीय भूमि का पट्टा देने की एवज में पटवारी द्वारा फरियादी से 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग की जा रही थी। जिसकी शिकायत सुरेश कुमार साहू पिता गुलाब साहू निवासी ग्राम खटाई तहसील चितरंगी जिला सिंगरौली ने रीवा लोकायुक्त कार्यालय एसपी गोपाल धाकड़ के पास दर्ज कराई गई थी। शिकायत में उसने दर्ज कराया था कि पटवारी पंकज पटेल पिता केदार पटेल पटवारी हल्का खटाई तहसील चितरंगी जिला सिंगरौली द्वारा शासकीय आवासीय भूमि का पट्टा देने की एवज में रिश्वत की मांग की जा रही है। इसके बाद मामले का सत्यापन किया गया जो सही पाई गई।
किराए के मकान में लोकायुक्त ने किया ट्रेप
लोकायुक्त एसपी रीवा द्वारा मामले का सत्यापन कराए जाने के बाद राजेश पाठक निरीक्षक के नेतृत्व में 12 सदस्यीय टीम का गठन किया। सिंगरौली जिले के चितरंगी स्थित पटवारी के किराए के मकान में यह कार्रवाई की गई। जैसे ही शिकायतकर्ता सुरेश कुमार साहू पिता गुलाब साहू द्वारा पटवारी पंकज पटेल पिता केदार पटेल को 5 हजार रुपए की रिश्वत दी गई वैसे ही लोकायुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए पटवारी पर शिंकजा कस दिया। लोकायुक्त टीम द्वारा पटवारी को चितरंगी के विश्राम गृह में ले जाकर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध करते हुए हिरासत में लिया गया है। यहां उल्लेखनीय है कि लोकायुक्त टीम द्वारा रिश्वतखोरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है किन्तु आलम यह है कि अधिकारियों, कर्मचारियों में इसका तनिक भी भय नजर नहीं आ रहा है।