एमपी में अतिथि शिक्षकों की भर्ती का विरोध, जानें क्या है पूरा मामला

MP News: एमपी में अतिथि शिक्षक भर्ती का हो रहा विरोध।

Update: 2022-06-11 13:09 GMT

MP News: शुरू हो रहे शिक्षा सत्र को देखते हुए सरकारी स्कूलों में एक बार फिर अतिथि शिक्षकों (Guest Teachers) की भर्ती किए जाने की जहाँ प्रक्रिया की जा रही है वही इस भर्ती का विरोध भी हो रहा है। साथ ही मांग की जा रही है कि वर्षो से परीक्षा पास कर बैठे अभ्यर्थियों को पहले रखा जाए और फिर अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया की जाए।

सौंपा ज्ञापन

शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन-पत्र सौंपकर समस्त रिक्त पदों पर पदवृद्धि के साथ द्वितीय काउंसलिंग कराते हुए स्थाई शिक्षक भर्ती 2018 को पूर्ण कराने की मांग की है। इसके लिए अब शिक्षक पात्रता संघ बनाए जाने के साथ ही यह संघ अब अतिथि शिक्षकों की भर्ती का विरोध कर रहा है।

4 वर्षो से नौकरी के इंतजार में

शिक्षक पात्रता संघ के प्रदेश संयोजक रंजीत गौर एवं अन्य अभ्यार्थियों का कहना है कि 10 वर्षों बाद हो रही शिक्षक भर्ती पिछले 4 वर्षों से लंबित है, उच्च एवं माध्यमिक शिक्षकों की पूर्ति के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 में आयोजित की गई थी। अभी तक स्थाई शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को पूरा नहीं किया गया है।

जिससे प्रदेश में हजारों की संख्या में बी.एड-डी.एड धारी शिक्षित युवा पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद भी नौकरी के लिए मारे-मारे फिर रहे है। सरकार उन्हे ज्वाइंनिग देने की बजाए, अतिथि से काम चलाना चाहती है।

शिक्षा नीति का दिया हवाला

विरोध में उतरें शिक्षक पात्रता संघ का कहना है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सरकारी स्कूलों में स्थाई शिक्षकों की भर्ती की जानी चाहिए जबकि स्कूल शिक्षा विभाग अतिथि शिक्षकों की भर्ती करने जा रहा है जो कि पात्र अभ्यर्थियों के साथ सरासर अन्याय है। उन्होने एक रिर्पोट का हवाला देते हुए कंहा कि प्रदेश में शिक्षकों के 87,630 पद खाली है और इनमें शिक्षक की पात्रता प्रक्रिया को पूरा करने वाले युवाओं को मौका दिया जाए।

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