GOOD NEWS: अब केवल 3 दिन में जुड़ेगी शरीर की टूटी हुई हड्डी, नेल्सकान तकनीक बनी सहायक
भोपाल (Bhopal) दुर्घटना में घायल हो जाने के बाद शरीर की टूटी हुई हड्डियों को जोड़ने में काफी वक्त लगता है। वही हड्डियों को जोड़ने के लिए डॉक्टर द्वारा प्लास्टर चढ़ाया जाता है। प्लास्टर की अवधि 2 महीने के करीबन रहती है। इस दौरान प्लास्टर से होने वाली परेशानी रोगी के लिए कष्ट कारक सिद्ध होता है। लेकिन यह सब अब बीते दिनों की बात हो चुकी है। अब हड्डी टूटने के बाद 2 या 3 महीने का इंतजार करने के बजाए मात्र 3 दिन में हड्डी को जोड़ने की विकसित कर ली गई है। जिस तकनीक का नाम नेलस्कॉन है।
क्या है नेलस्कॉन तकनीकी
हमीदिया अस्पताल भोपाल (Hamidia Hospital Bhopal) के अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राहुल वर्मा बताते हैं कि नेलस्कॉन तकनीकी का उपयोग करने पर रोगी को 2 से 3 दिन में आराम मिल जाता है। उन्होंने बताया जोड़ने के लिए टूटी हुई हड्डी को नट से कस दिया जाता है। जिससे रोगी को आराम मिलता है। उन्होंने बताया कि कई बार टूटी हुई हड्डियों को जोड़ने के लिए कई बार ऑपरेशन कारगर नहीं रहता। हड्डियों के जुड़ने के बावजूद भी घाव नहीं भरते। इनमें चिकित्सक द्वारा एंटीबायोटीक इंजेक्शन (antibiotic injection) लगाए जाते हैं लेकिन वह भी कई बार काम नहीं करते। ऐसे में नई तकनीक एंटीबायोटिक युक्त राड काफी कारगर सिद्ध हो रहा है। यह राड एंटीबायोटिक होने से मरीज के घाव को भरने में मदद करता है।
होती थी मरीजों को परेशानी
जानकारी के अनुसार आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। इन हादसों में लोगों की हड्डियां टूट जाती हैं। कूल्हे जैसी हड्डी जोड़ने में काफी समय लगता है और कई बार ऐसी स्थिति भी उत्पन्न होती है जहां प्लास्टर चढ़ाना संभव नहीं होता। ऐसे में उन स्थानों में नेल्सकान तकनीक का उपयोग कर हड्डी को जोड़कर रोगी को राहत पहुंचाई जाती है।