नेशनल मेरिट कम मीन्स स्काॅलरशिप परीक्षाः मध्यप्रदेश में दमोह जिला व रीवा ब्लाॅक अव्वल
MP News: राष्ट्रीय मेरिट कम मीन्स स्काॅलरशिप परीक्षा में प्रदेश के 52 जिलों में दमोह जिला अव्वल रहा। जबकि प्रदेश के सभी ब्लाॅकों में रीवा ब्लाॅक ने अव्वल स्थान हासिल किया।
राष्ट्रीय मेरिट कम मीन्स स्काॅलरशिप परीक्षा में प्रदेश के 52 जिलों में दमोह जिला अव्वल रहा। जबकि प्रदेश के सभी ब्लाॅकों में रीवा ब्लाॅक ने अव्वल स्थान हासिल किया। शुक्रवार को इस परीक्षा का स्कोर कार्ड और रैंकिंग जारी की गई। जिसमें परीक्षा के लिए निर्धारित मापदंडों के आधार पर जिलों और ब्लाॅक की अलग-अलग रैंकिंग तैयार हुई।
भोपाल और इंदौर पिछड़े
इस परीक्षा में भोपाल और इंदौर पिछड़ गए। प्रदेश भर में भोपाल ने 28वां स्थान हासिल किया। भोपाल नया शहर (फंदा ब्लाॅक) की रैंकिंग में 15वीं पायदान पर रहा। वहीं इंदौर ने इस परीक्षा में 37वीं पायदान हासिल की। इस छात्रवृत्ति परीक्षा में बड़े शहरों में जबलपुर ने अच्छा प्रदर्शन किया। नेशनल मेरिट कम मीन्स स्काॅलरशिप परीक्षा में दमोह जिला सबसे ऊपर है। इसके बाद दूसरे स्थान पर मुरैना और तीसरे स्थान पर छतरपुर है। जबकि निवाड़ी जिले ने सबसे निचला पायदान हासिल किया। विकासखंड स्तर पर भी इस बार प्रदर्शन को भी राज्य स्तर से परखा गया है। जिसमें प्रदेश में सर्वाधिक उत्कृष्ट प्रदर्शन रीवा जिला मुख्यालय का रीवा विकासखंड प्रथम स्थान पर रहा। जबकि डिंडौरी जिले का बजाग विकासखंड अंतिम स्थान पर रहा।
2 लाख 52 हजार छात्र हुए थे शामिल
नेशनल मेरिट कम मीन्स स्काॅलरशिप परीक्षा का आयोजन 6 नवंबर को किया गया था। जिसमें सत्र 2022-23 के लिए मध्यप्रदेश से सबसे अधिक 2 लाख 52 छात्र इस परीक्षा में शामिल हुए थे। राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक धनराजू एस के मुताबिक सरकारी स्कूलों की कक्षा आठवीं में अध्ययनरत छात्रों ने यह परीक्षा दी थी। उनका कहना है कि सरकारी स्कूल के विद्यार्थी अधिक से अधिक इस परीक्षा में सम्मिलित हों ऐसा प्रयास किया जाएगा। कमियां मिलने पर सुधारात्मक पहल किए जाएंगे। राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा रैकिंग का विश्लेषण सभी जिला कलेक्टर्स के साथ साझा कर उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्कूलों का उत्साहवर्धन करने को कहा गया है। जबकि कमजोर प्रदर्शन करने वाले मैदानी जिम्मेदार अधिकारियों को कार्य में सुधार के लिए निर्देश दिए गए हैं।
कक्षा 9वीं से 12वीं तक मिलती है 12 हजार रुपए स्काॅलरशिप
इस परीक्षा में सफल होने वाले छात्रों को कक्षा 9वीं से 12वीं तक हर वर्ष 12 हजार रुपए प्रदान किये जाते हैं जिससे छात्र अपनी आगे की पढ़ाई निरंतर जारी रख सकें। इस परीक्षा में सफल होने के बाद मध्यप्रदेश में 6446 छात्रों का कोटा तय है। इस परीक्षा में प्रदेश से 2 लाख 52 हजार छात्र शामिल हुए। जिसमें भोपाल के 15 हजार छात्रों ने यह परीक्षा दी। छात्रों के निर्धारित कोटे के हिसाब से प्रदेश भर में अगले तीन वर्षों तक इन विद्यार्थियों को 7 करोड़ 73 लाख, 52 हजार रुपए छात्रवृत्ति मिलेगी। अधिकारियों का कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ है जब एमपी का निर्धारित कोटा पूरा हुआ है।