IT रेड पड़ने से खुश हुआ MP का शराब कारोबारी: कहा अब शांति मिली, 10 साल से इंतज़ार कर रहा था

MP's liquor businessman was happy because of IT raid: एमपी के दमोह में एक बड़े शराब कारोबारी के घर में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापा मार दिया जिसके बाद उसने कहा- मैं आज बहुत खुश हूं, छापा पड़ने का 10 साल से इंतज़ार कर रहा था

Update: 2022-01-09 10:17 GMT

MP's liquor businessman was happy because of IT raid: जब किसी के घर IT का छापा पड़ता है तो सामने वाले की पेंट गीली हो जाती है, लेकिन मध्य प्रदेश में एक लेजेंड टाइप के शराब कारोबारी के घर में जब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने रेड डाली तो उसकी ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा, बंदा रेड पड़ने से झूम उठा और कहा - मुझे आज बहुत ख़ुशी हो रही है, मैं तो 10 साल से इसका इंतज़ार कर रहा था, आज शांति मिल गई...

बहुतई गजब आदमी है भाई.. जिस दमोह के जिस कारोबारी के घर और दफ्तर में छापा पड़ा है उनका नाम शंकर राय है (Shankar Rai) . उनके शराब और ट्रांसपोर्ट सहित राय परिवार के 12 ठिकानों में छापा पड़ा है। आईटी की कार्रवाई गुरुवार सुबह 5 बजे से शुरू हुई और अगले दिन शुक्रवार रात 11 बजे तक कार्रवाई चली. 

बंदा रेड़ पड़ने से झूम उठा 

जैसे ही शंकर राय के घर में IT ने दरवाजा खटखटाया उनकी आंखों में ख़ुशी के आंसू आ गए, शंकर राय के ठिकानों से इतना पैसा मिला कि आईटी को नोट गिनने के लिए 5 मशीन मंगवानी पड़ी. कार्रवाई जब पूरी हुई तो शराब कारोबारी ने अपनी ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि 

IT रेड का मुझे 10 साल से इंतज़ार था, आज जाकर मुझे सुकून मिला है, इस कार्रवाई से मैं और मेरा पूरा परिवार बहुत खुश है। 

उन्होंने आगे कहा 

"मैं 74 साल का हूं. 24 साल की उम्र से इनकम टैक्स भरना शुरू कर दिया था, रेड में जो भी कैश और गहने-जवारात मिले हैं , सब लीगल है, मेरे पास खेती, पम्प, टावर, किराया और कई माध्यम से पैसा आता है, और जो भी पैसा आता है सब लीगल है और उनका मैं टैक्स भरता हूं. मैं शराब का बिज़नेस करता हूं, लेकिन मेरे घर से एक बोतल शराब भी नहीं मिली है। मुझे तो इस रेड का 10 साल से इंतज़ार था, अब रेड पड़ गई है तो मेरा टेंशन ख़त्म हो गया है। मुझे और मेरे परिवार को आज शांति मिल गई है। आईटी को करीब 3 किलो सोना मिला है जिसमे से सवा किलो वो अपने साथ ले गई है। वह तो वापस मिल जाएगा, क्योंकी वह जेवर पुराने समय के हैं जो मेरे माता-पिता की देन है। मेरा सोना 30 साल पुराना है" 

और क्या कहा 

उन्होंने कार्रवाई के बाद कहा- मेरी देशी शराब की दुकानों और बसों के किराए से 10,50 और 100 रुपए के नोट आते हैं. विदेशी शराब की दुकान से 500 रुपए के नोट आते हैं. ज़्यादा नोट 10 रुपए के थे तो आईटी को ज़्यादा बैग लाने पड़े, 500 के नोट होते तो कम बैग लाने पड़ते, अगर मेरा पैसा अवैध होता तो नोट 2000 की होती, और अगर आईटी का छापा 15 दिन बाद पड़ता तो उन्हें कुछो नहीं मिलता क्यूंकि 15 दिन बाद मैं आबकारी को 3 करोड़ रुपए की किश्त भर देता। टीम ने जो भी यहां से लेकर गई है वो हम वापस लेलेंगे, क्यूँकि सब लीगल है और कोर्ट से हम अपना सब वापस लेलेंगे। 

मामला क्या है 

शंकर राय एमपी दमोह के बड़े कारोबारी हैं, गुरुवार को उनके 12 ठिकानों में आईटी ने रेड डाली थी. जहां टीम ने 8 करोड़ रुपए कैश और 3 किलो सोना बरामद किया था। इसके अलावा हथियार और करोडो के लेनदेन के दस्तावेज मिले हैं. जैसे ही रेड पड़ी राय परिवार ने नोट से भरे बैग पानी की टंकी में डाल दिए थे। इस कार्रवाई के लिए आईटी ने 100 लोगों की टीम बनाई थी और 40 गाड़ियों में वो छापेमारी करने के लिए गए थे। टीम की दी हुई जानकारी के मुताबिक आईटी ने शंकर राय, कमल राय, संजय राय और राजू राय के माकन सहित अन्य अड्डों में छापा डाला था। 

अरे वो मेरा बैग नहीं शायद भाई का होगा 

शंकर राय ने पानी की टंकी से बरामद हुए बैग पर सवाल पूछने पर जवाब दिया- अरे वो नोटों से भरा बैग मेरे यहां नहीं मिला है, शायद मेरे भाई के घर में मिला होगा। 



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