MP का फर्जी IAS राहुल गिरी गिरफ्तार: नरसिंहपुर कलेक्टर बनने की फोटो पोस्ट की, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ भी तस्वीर, जबलपुर पुलिस ने दबोचा

मध्यप्रदेश की जबलपुर पुलिस ने एक फर्जी आईएएस को गिरफ्तार किया है. राहुल गिरी नामक युवक पर कलेक्टर, अपर सचिव और मंत्रियों के साथ फोटो एडिट और सोशल मीडिया में पोस्ट कर भ्रम फैलाने का आरोप है.

Update: 2023-08-08 14:52 GMT

महाराष्ट्र के गोंदिया निवासी राहुल गिरी ने सोशल मीडिया में खुद को एमपी के नरसिंहपुर का नया कलेक्टर बताया था.

मध्यप्रदेश की जबलपुर पुलिस ने एक फर्जी आईएएस को गिरफ्तार किया है. राहुल गिरी नामक युवक पर कलेक्टर, अपर सचिव और मंत्रियों के साथ फोटो एडिट और सोशल मीडिया में पोस्ट कर भ्रम फैलाने का आरोप है. महाराष्ट्र के गोंदिया निवासी राहुल गिरी ने सोशल मीडिया में खुद को नरसिंहपुर का नया कलेक्टर बताया है. वहीं उसकी एक तस्वीर ऐसी भी है, जिसमें वह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठा हुआ है. 

फर्जी IAS राहुल गिरी गिरफ्तार 

मंगलवार को जबलपुर पुलिस ने तिलवारा के पास से फर्जी IAS राहुल गिरी को गिरफ्तार किया. बीएससी पास राहुल गिरी महाराष्ट्र के गोंदिया का रहने वाला है. उसे अफसर बनने का शौक था, लेकिन इच्छा पूरी न हो पाई. ऐसे में राहुल फोटो एडिट कर अपने अफसर बनने का दावा सोशल मीडिया में करने लगा. इस दौरान उसने खुद को नरसिंहपुर का कलेक्टर बता डाला, और नरसिंहपुर कलेक्टर ऑफिस में अशोक स्तम्भ के साथ कलेक्टर कार्यालय की फोटो सोशल मीडिया में पोस्ट की. इसके साथ ही उसने खुद को मध्य प्रदेश का अपर सचिव बताते हुए भी फोटो पोस्ट की है. यही नहीं, उसके सोशल मीडिया में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ बातचीत करती हुए फोटो भी मौजूद है. 

केंद्रीय गृहमंत्री से बातचीत करते हुए एक फोटो भी राहुल गिरी ने पोस्ट किया था.

 

पुलिस के मुताबिक़, फर्जी IAS राहुल गिरी के मोबाइल में कई राजनेताओं के साथ राज्य के आला अधिकारियों के फोटो मिले हैं. वह जबलपुर में किराए के मकान में अकेला रहता है. आरोपी की एक फोटो सोशल मीडिया में वायरल हुई थी, जिसमें उसने खुद को नरसिंहपुर के नए कलेक्टर को बताया था. 

नरसिंहपुर कलेक्टर भी भ्रम में आ गए

ख़ास बात यह है की जब इस बात की जानकारी वर्तमान कलेक्टर रिजु बाफना को लगी तो उन्हें भी इस बात का यकीन नहीं हुआ की उनकी जगह कोई जिले का डीएम बन गया है. इस बात की जानकारी उन्हें शासन स्तर से भी नहीं दी गई. 

नरसिंहपुर कलेक्टर बनने की पोस्ट राहुल गिरी ने फेसबुक पेज पर डाली थी. 

 

जबलपुर पुलिस की पूछताछ में राहुल ने बताया की उसे IAS बनने का शौक है. लेकिन पढ़ाई इतनी नहीं हो सकी की वह UPSC की तैयारी कर सके. इस वजह से वह अपने शौक को पूरा करने के लिए फोटो एडिट कर खुद को IAS बताता था और उन फोटो को सोशल मीडिया में पोस्ट करता था.

रिकॉर्ड खंगाल रही पुलिस, माता-पिता को जबलपुर बुलाया

गिरफ्तारी के बाद पुलिस राहुल गिरी के रिकॉर्ड की तलाश में जुट गई है और उसके माता-पिता को जबलपुर बुलाया है. पुलिस यह भी जान्ने की कोशिश कर रही है की इस तरह का कार्य करने वाला व्यक्ति आखिर ऐसा क्यों कर रहा था.. कहीं उसके द्वारा धोखाधड़ी करके कुछ लाभ तो नहीं उठाया गया है. मामले के सामने आते ही प्रशासनिक तबके में भी हड़कंप मचा हुआ है. सभी को जानने की उत्सुकता है की आखिर राहुल गिरी है कौन, जिसने खुद को एमपी में रहकर नरसिंहपुर का कलेक्टर बता डाला. 

एमपी का अपर सचिव बनने की पोस्ट भी राहुल गिरी ने पोस्ट की थी. साथ ही इसमें बताया था कि अपर सचिव सूपरिया बली की जगह राहुल गिरी काे बनाया गया है.

 

कलेक्टर के फेसबुक से फोटो निकालकर किया एडिट

बताया जा रहा है की राहुल गिरी काफी शातिर है. उसने नरसिंहपुर कलेक्टर के फेसबुक पेज से फोटो उठाकर बेहद शातिर तरीके से उसमें छेड़छाड़ की, जिससे कोई भी यह देखकर भरोसा कर लेगा की यह कलेक्टर रिजु बाफना की जगह राहुल गिरी की पोस्टिंग नरसिंहपुर कलेक्टर के तौर पर हुई है.

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