एमपीपीएससी 2020 की प्रारंभिक परीक्षा 25 जुलाई से होगी
भोपाल। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग एमपीपीएससी ने राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2020 की संशोधित तिथि जारी कर दी है। यह परीक्षा अब रविवार 25 जुलाई को आयोजित की जाएगी। सामान्य अध्ययन का पहला पेपर सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक होगा। सामान्य अभिरूचि परीक्षण का दूसरा पेपर दोपहर 2.15 बजे से शाम 4.15 बजे तक होगा। प्रवेश पत्र 12 जुलाई से आयोग की वेबसाइट पर मिलेंगे।;
भोपाल। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग एमपीपीएससी ने राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2020 की संशोधित तिथि जारी कर दी है। यह परीक्षा अब रविवार 25 जुलाई को आयोजित की जाएगी। सामान्य अध्ययन का पहला पेपर सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक होगा। सामान्य अभिरूचि परीक्षण का दूसरा पेपर दोपहर 2.15 बजे से शाम 4.15 बजे तक होगा। प्रवेश पत्र 12 जुलाई से आयोग की वेबसाइट पर मिलेंगे।
आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि उक्त परीक्षा में शामिल होने वाला कोई भी अभ्यर्थी परीक्षा के पहले कोविड संक्रमित हो जाता है तो उन्हें इसकी जानकारी संभागायुक्त या कलेक्टर कार्यालय के परीक्षा प्रभारी को देनी होगी। हालांकि वे संबंधित केंद्र अधीक्षक को रिपोर्ट के साथ भी जानकारी दे सकते हैं। उनके लिए जो अलग से व्यवस्था रहेगीए वहां जाकर वे परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
बता दें कि मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2020 को कोरोना के कारण इस साल दो बार बढ़ाया गया था। पहले यह परीक्षा 11 अप्रैल को आयोजित होने वाली थी, लेकिन संक्रमण के खतरे को देखते हुए इसे आगे बढ़कर 20 जून की तिथि निर्धारित की गई थी। बाद में इसे भी आगे बढ़ा दिया गया था। प्री.परीक्षा में 3 लाख 44 हजार अभ्यर्थी शामिल होने वाले हैं।
कोरोना के कारण परीक्षा को पहले ही निरस्त करने की मांग उठ रही थी। सबसे पहले 22 मार्च को अभ्यर्थियों ने पीएससी प्रबंधन और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर परीक्षा आगे बढ़ाने की मांग की थी। कुल 260 पदों के लिए परीक्षा होना है। पीएससी ने शासन से भी चर्चा की थी और कहा था कि कोरोना के बढ़ते संकट और बढ़ती पाबंदियों के बीच इतनी बड़ी परीक्षा संभव नहीं दिख रही है।
21 से 26 मार्च तक हुई थी मुख्य परीक्षा
इसी साल 21 से 26 मार्च तक एमपी पीएससी मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग की राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2019 हुई थी। लॉकडाउन के बीच इंदौर के 13 सेंटर पर ये परीक्षा हुई थी। इंदौर में 5ए197 अभ्यर्थियों को शामिल होना था। 148 अनुपस्थित रहे। कुल 5049 ने परीक्षा दी। प्रदेश में आठ शहरों में 29 सेंटर बनाए गए थे। प्रदेशभर में कुल 10 हजार 91 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी। कुल उपस्थिति 96 फीसदी रही थी।