MP: विधानसभा अध्यक्ष के बेटे की दादागिरी, रीवा में टोल मैनेजर को धमकाने का ऑडियो वायरल, सुने नेताजी ने क्या कहा...
मध्यप्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के बेटे राहुल गौतम का एक ऑडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे टोल मैनेजर को धमका रहें हैं.
भोपाल / रीवा. मध्यप्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम (Girish Gautam) के बेटे राहुल गौतम (Rahul Gautam) के दादागिरी का एक ऑडियो जमकर वायरल रहा है. ऑडियो में राहुल एक टोल प्लाजा के मैनेजर पर गालियों की बौछार कर धमका रहें हैं. ऑडियो कुछ दिन पुराना बताया जा रहा है. (रीवा रियासत न्यूज़ इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है)
एक ओर जहां विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम रविवार को रीवा में साइकिल यात्रा की तैयारियों में जुटे हुए हैं. वहीं उनके बेटे एवं भाजपा नेता राहुल गौतम के दादागिरी वाले कथित ऑडियो के चलते एक नई मुसीबत उनके सामने आ खड़ी हुई है.
राहुल गौतम को हाल ही में भाजपा का जिला उपाध्यक्ष भी नियुक्त किया गया है. वायरल ऑडियो में राहुल रीवा के चोरहटा टोल प्लाजा के मैनेजर को अपशब्द कहते हुए धमकी दे रहें हैं. ये ऑडियो 20 दिन पुराना बताया जा रहा है. बीएस मिश्रा नाम के टोल मैनेजर ने राहुल के घर पहुंचकर माफी भी मांग ली थी. इसे लोग राजनीति से जोड़कर भी देख रहे हैं. ऑडियो में साफ़ साफ़ सुनाई दे रहा है कि मैनेजर उनसे माफ़ी मांग रहा है. बावजूद इसके राहुल गौतम अपशब्दों के बाण और धमकी देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहें हैं.
सुनिए वायरल ऑडियो
ऑडियो में क्या बातचीत हुई
हैल्लो! मिश्रा जी, बात करिए राहुल भैया से स्पीकर साहब के यहां से!
राहुल गौतम- तू…चीफ मिनिस्टर है.
बीएस मिश्रा- अरे भैया प्रणाम. पुनीत अग्रवाल को फोन लगाओ, इसे बर्खास्त करें.
राहुल गौतम- तू हमारी गाड़ी का रजिस्ट्रेशन देखेगा….
मिश्रा- अरे नहीं सर, हम लोग कोई नहीं थे.
राहुल- तू मेरी मम्मी से बात करेगा और रजिस्ट्रेशन देखकर कहेगा कि हूटर नहीं बजाना है.
मिश्रा- अरे सर, हाथ जोड़कर निवेदन है कि मैं नहीं था.
राहुल- …तू खुदा है. गिरफ्तार करो इसको. टेलीफोन लगाओ भेजो. इसको गिरफ्तार करके मेरे पास लाओ…को. इसको मैं सजा दूंगा, तू… हमें नियम कानून बताएगा, तू विधानसभा अध्यक्ष की गाड़ी को रोकेगा….
मिश्रा- अरे सर मैं नहीं था!
राहुल- तू था, तेरे बैरियर के लड़के थे…. तेरी मैं…दूंगा….
मिश्रा- अरे मैं नहीं था भैया, जो कहना है कहिए भैया. मैं नहीं था.
राहुल- मेन मैनेजर तो तू हैं न
मिश्रा- हां, लेकिन आज मैं नहीं था भैया. भैया हाथ जोड़कर निवेदन है कि माफ कर दो.
राहुल- इसे गिरफ्तार करो…. सारे स्टाफ को गिरफ्तार करो…. पुलिस को भेजो, अभी भेजो.
मिश्रा- मैं माफी मांग रहा हूं.
राहुल- तेरी माफी गई दाई.... तेरी हिम्मत कैसे हो गई कि गाड़ी को हाथ देगा. तेरा बैरियर वाला कहां है? चारों का नाम बता, तेरे बैरियर कौन है. पुनीत अग्रवाल को फोन लगाओ. इन … को अभी बर्खास्त करो. तेरी ऐसी की तैसी….
मिश्रा- अरे नहीं भैया हम लोग नहीं थे, हाथ जोड़कर निवेदन है मेरा.
राहुल- तेरे बैरियर के लड़कों का नाम बता.
मिश्रा- अब्दुल करके था एक लड़का.
राहुल- चार लड़के कौन हैं, जो सायरन नहीं बजाना है, पूछ रहे थे. तू बताएगा, तेरा स्टाफ बताएगा कि सायरन कब बजाना है.
मिश्रा- अरे नहीं भैया, ऐसी बात ही नहीं हुई थी.
राहुल- विधानसभा अध्यक्ष की गाड़ी का सायरन तेरा स्टाफ बताएगा कि कब बजाना है और कब नहीं बजाना है.
मिश्रा- अरे नहीं भैया हम लोग नहीं थे. अब्दुल करके था एक लड़का, उसे बात कर निकलवा दिए हैं. ऐसी कोई बात ही नहीं हुई है. अरे नहीं भैया ऐसा संभव ही नहीं है.
राहुल- अरे…मेरी मम्मी झूठ बोल रही हैं.
मिश्रा- अरे भैया अभी मैं जाकर लड़कों को बहुत डांटा-डपटा हूं. हाथ जोड़ने जहां कहिए वहां आ रहा हूं.
राहुल- हाथ जोड़ने से क्या होता है, तुझे अभी मैं गिरफ्तार करा रहा हूं. चल तैयार हो…. मैं आ रहा हूं तेरे बैरियर. सारा देवतलाब लेकर तेरे बैरियर आ रहा हूं. एक हजार गाड़ियां तैयार करो. इस … को बताता हूं.
अब राहुल गौतम ने दी सफाई
वायरल ऑडियो को लेकर विस अध्यक्ष के बेटे राहुल गौतम ने सफाई दी है. उन्होंने बताया कि 'ऑडियो 20 दिन पहले की है. उनकी मां मैहर दर्शन कर लौट रही थीं. वे शासकीय वाहन से थीं. फॉलो गार्ड भी लगा था. इसके बावजूद चुरहटा टोल प्लाजा पर उनकी मां को अब्दुल नाम के कर्मी ने रोक दिया. उसने हूटर न बजाने की चेतावनी दी, जबकि साथ चल रहे पुलिसकर्मियों ने परिचय भी दिया था. वाहन पर विधानसभा अध्यक्ष भी लिखा था.'
गुस्से में अपशब्द बोल गया
राहुल ने कहा कि मां ने इसके बारे में बताया, तो वह गुस्से में आ गए. इस दौरान मैनेजर बीएस मिश्रा से अपशब्द बोल गया. इसके लिए माफी मांगता हूं. मुझे इस तरह के शब्दों का प्रयोग नहीं करना था. आरोप लगाया कि टोल प्लाजा के मैनेजर अब्दुल की इस तरह की कई शिकायतें हैं. वह अकसर लोगों से दुर्व्यवहार करता है. ऐसे कर्मचारी को टोल पर नहीं रखना चाहिए. मैं तो टोल ठेकेदार पुनीत अग्रवाल से बात करने के बारे में बोल रहा था.