MP Vidhan Sabha: अब सदन में पुरस्कृत होंगे मंत्री, विधायक और पत्रकार, जानिए पूरा माजरा
MP Vidhan Sabha: मध्यप्रदेश में जनहित के मुद्दे उठाने वाले मंत्री और विधायकों को पुरस्कृत किया जाएगा.
MP Vidhan Sabha: मध्यप्रदेश में जिन मंत्री और विधायकों ने जनहित से जुड़े मुद्दे उठाए हैं विधानसभा उन्हें सम्मानित करेगी. इसके लिए सबसे पहले मंत्री और विधायकों के कामों की मॉनिटरिंग और विधानसभा में उपस्थिति देखी जाएगी, साथ ही विधायक या मंत्री की सक्रियता की भी परख की जाएगी. इसी फार्मूला के तहत मंत्री और विधायकों को पुरस्कृत करने की योजना है.
मध्यप्रदेश के मंत्री और विधायकों को प्रोत्साहित करने के लिए विधानसभा द्वारा श्रेष्ठ विधायकों का चयन किया जाएगा और उनके मूल्यांकन के आधार पर उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा. सम्मानित होने वाले विधायक एवं मंत्रियों का सबसे अहम पहलू उनके जनहित से जुड़े मुद्दों पर सवाल होगा. विधानसभा द्वारा गठित श्रेष्ठ विधायकों की समिति द्वारा कामकाज का मूल्यांकन किया जा रहा है. इस श्रेणी में सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के विधायक शामिल हो सकेंगे.
2008 से नहीं दिए गए पुरस्कार
बता दें मध्यप्रदेश में विधानसभा के संसदीय उत्कृष्ट पुरस्कार 2008 से नहीं दिए गए है. इसके लिए बीच बीच में प्रयास भी किए गए, लेकिन मूल्यांकन न हो पाने की वजह से पुरष्कार और सम्मान नहीं मिल सका है. लेकिन एक बार फिर इस पर अमल तेज कर दिया गया है और मूल्यांकन भी शुरू कर दिया गया है. संसदीय पुरस्कार की श्रेणी में मंत्री विधायकों के साथ विधानसभा के कर्मचारियों को भी शामिल किया जा रहा है. ऐसे विधानसभा कर्मचारी जिनका कार्यकाल प्रशंसनीय रहा है उन्हें भी मूल्यांकन के आधार पर सम्मानित कर पुरष्कृत किया जाएगा.
नाम से मिलेगा सम्मान
विधानसभा द्वारा गठित समिति ने पिछले सत्र में मंत्री और विधायकों के कामकाज का मूल्यांकन किया था. एक-एक मंत्री और विधायक के कामकाज का बारीकी से अध्ययन किया जा रहा है. अभी तक पुरस्कारों की श्रेणी तो थी. लेकिन यह किसी के नाम से नहीं दिए जाते थे. इस बार श्रेणी तय की गई है. पुरस्कार पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा ,जमुना देवी के नाम से भी होगा. जिनमें पात्रों को विधायक पुरष्कार, मंत्री पुरष्कार, संसदीय पत्रकारिता पुरष्कार प्रिंट, संसदीय पत्रकारिता पुरष्कार इलेक्ट्रॉनिक, विधानसभा अधिकारी पुरष्कार और विधानसभा कर्मचारी पुरष्कार से सम्मानित करने की योजना है.
पुरस्कार की श्रेणी
- विधायक पुरस्कार: पूर्व सीएम सुंदरलाल पटवा की स्मृति में
- मंत्री पुरस्कार: प्रथम मुख्यमंत्री पंडित रविशंकर शुक्ल की स्मृति में
- संसदीय पत्रकारिता पुरस्कार प्रिंट: प्रदेश की प्रथम महिला नेता प्रतिपक्ष जमुना देवी की स्मृति में
- संसदीय पत्रकारिता पुरस्कार इलेक्ट्रॉनिक: वरिष्ठ पत्रकार माणिकचंद वाजपेयी की स्मृति में
- विधानसभा अधिकारी पुरस्कार: प्रथम विधानसभा अध्यक्ष पंडित कुंजीलाल दुबे की स्मृति में
- विधानसभा कर्मचारी पुरस्कार: प्रदेश के प्रथम विधानसभा सचिव खा.के रांगोले की स्मृति में
कैसे होगा मूल्यांकन?
विधानसभा में पुरस्कृत किए जाने वाले मंत्री, विधायक, पत्रकारों, अधिकारी और कर्मचारियों के कामकाजों के लिए कई पॉइंट्स पर मूल्यांकन किया जाएगा. इन बिंदुओं के आधार पर अंक निर्धारित किए जाएंगे...
- सदस्यता का अनुभव 5
- वाद-विवाद कौशल 5
- जनहित मुद्दों संबंधित जागरूकता 5 उठाए गए मुद्दों की गंभीरता 5
- मुद्दे के प्रस्तुतीकरण का तरीका 5 भाषा का नियंत्रण 5
- संसदीय नियमों का सदन में पालन 7 आंशिक के निर्देशों का पालन 5
- सदन में और बाहर आचरण 5
- कार्रवाई में नियमित उपस्थित 10 अन्य दलों या गुटों के प्रति सहिष्णुता 5
- प्रश्नों की गुणवत्ता प्रस्तुति का ढंग 8 सदन के संचालन में गतिरोध की स्थिति में उसे उभरने हेतु किए गए प्रयास 10
- सदन की व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था में सहयोग 5
- माइनस होंगे अंक
- सदन की गरिमा के विपरीत आचरण 10
- आसंदी के निर्देशों का उल्लंघन 5