एमपी में भगवान नरसिंह की साढ़े 7 किलो वजनी पाषाण मूर्ति जो बता देती है साल भर में कितने महीने रहेगी खुशहाली व समृद्धि
MP News: मध्यप्रदेश में भगवान नरसिंह की साढ़े 7 किलो वजनी पाषाण मूर्ति है, जो यह बता देती है कि साल भर में कितने महीने खुशहाली व समृद्धि रहेगी। प्रतिमा को डोल ग्यारस के दिन विधि विधान से पूजा-अर्चना के बाद नदी के पानी में तीन बार तैराया जाता है।
मध्यप्रदेश में भगवान नरसिंह की साढ़े 7 किलो वजनी पाषाण मूर्ति है, जो यह बता देती है कि साल भर में कितने महीने खुशहाली व समृद्धि रहेगी। प्रतिमा को डोल ग्यारस के दिन विधि विधान से पूजा-अर्चना के बाद नदी के पानी में तीन बार तैराया जाता है। ऐसी मान्यता है कि यदि वह तीनों बार नदी के पानी में तैरती रही तो साल भर खुशहाली और समृद्धि बनी रहेगी। क्षेत्र में फसलें अच्छी लहलहाएंगी। यदि यह मूर्ति तीनों बार डूब गई तो सूखे और प्राकृतिक आपदा के हालात निर्मित होंगे।
नगर भ्रमण के बाद सम्मान के साथ तैराते हैं प्रतिमा
एमपी के देवास जिले के हाटपीपल्या में भगवान नरसिंह का प्राचीन मंदिर है, जहां भगवान की साढ़े सात किलो वजनी ठोस चमत्कारी पाषाण प्रतिमा विराजमान है। भगवान नरसिंह की प्रतिमा प्रति वर्ष डोल ग्यारस पर नरसिंह घाट ले जाया जाता है। इस अवसर पर बड़ी ही धूमधाम के साथ पूरे में अखाड़ा-जुलूस के साथ भगवान को भ्रमण करवाया जाता है। इसके बाद भमोरी नदी में हजारों लोगों की मौजूदगी में इस प्रतिमा को पूजा-अर्चना कर पूरे सम्मान के साथ नदी में तैराया जाता है।
ऐसी है मान्यता
ऐसी मान्यता व लोगों की आस्था है कि नदी के पानी में तैराने के दौरान यदि प्रतिमा तीनों बार नहीं डूबती है तो साल भर समृद्धि और खुशहाली बनी रहेगी। यदि मूर्ति एक बार तैरी और दो बार डूब गई तो वर्ष के 12 महीनों में से केवल चार महीने ही अच्छे निकलेंगे। यदि प्रतिमा 2 बार तैरी और एक बार डूब गई तो समझो 8 महीने अच्छे व 4 महीने खराब गुजरेंगे।
तीनों बार तैरती रही प्रतिमा
इस वर्ष भी डोल ग्यारह पर भगवान नरसिंह की प्रतिमा को नगर भ्रमण कराने के बाद भमोरी नदी में ले जाया गया। इस वर्ष प्रतिमा तीनों ही बार नदी के पानी में तैरती रही। पंडित गोपालदास वैष्णव ने ऐसा तीन बार किया। प्रतिमा तीनों बार पानी में नहीं डूबी। ऐसे में मान्यता है कि अब साल भर खुशहाली और समृद्धि बनी रहेगी। इस दौरान घाट पर मौजूद हजारों लोगों ने भगवान नरसिंह के जयकारे लगाए। पूरा साल खुशहाली से गुजरने वाला है यह जानकार भक्त खुशी से झूम उठे।