एमपी का बेटा न्यूयॉर्क में मचा रहा धूम, अमेरिका में दिखाई गई गांव के होनहार युवक की फिल्म
MP News: मध्यप्रदेश का बेटा न्यूयॉर्क में धूम मचा रहा है। वह अपनी काबिलियत के दम पर अमेरिका की न्यूयॉर्क सिटी के टाइम्स स्क्वायर में छाया हुआ है। यहां होनहार युवक की फिल्म लोगों को दिखाई गई।
मध्यप्रदेश का बेटा न्यूयॉर्क में धूम मचा रहा है। वह अपनी काबिलियत के दम पर अमेरिका की न्यूयॉर्क सिटी के टाइम्स स्क्वायर में छाया हुआ है। यहां होनहार युवक की फिल्म लोगों को दिखाई गई। युवक की इस सफलता ने पूरे देश के साथ जिले को भी गौरवान्वित किया है। यहां पर यह बता दें कि टाइम्स स्क्वायर में नामचीन हस्तियों, फिल्मी हस्तियों के वीडियो ही दिखाए जाते हैं।
न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में मिली जगह
एमपी दमोह जिले के हटा ब्लॉक के मड़ियादो गांव का युवक शिवम छिरोलया इस समय अमेरिका की न्यूयॉर्क सिटी के टाइम्स स्क्वायर में छाया हुआ है। उसकी इस सफलता से समूचा देश गौरवान्वित है। 30 वर्षीय छात्र शिवम की विपरीत परिस्थितियों में सफलता के कायल टॉपमेट कंपनी द्वारा उनको पूरे परिवार सहित विश्व के प्रतिष्ठित स्थलों में से एक न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में जगह मिली है। जहां बड़ी-बड़ी स्क्रीन पर इनका चित्रण किया गया है। शिवम ने गांव से निकलकर कैसे अच्छा मुकाम हासिल करें जैसे सकारात्मक वीडियो को अपलोड किया था। जिसको देखने के बाद अमेरिकल कंपनी टॉपमेट द्वारा प्रभावित होकर उनकी कहानी न्यूयॉर्क में दिखाई जा रही है।
कम्प्यूटर विजन रिसर्चर के रूप में कर रहे कार्य
टाइम्स स्क्वायर ने अमेरिका के हृदय न्यूयॉर्क में शिवम की सफलता और मुकाम का वीडियो चलाकर इसकी सूचना शिवम को भी दी। शिवम ने अपनी प्राथमिक शिक्षा मडियादो से ग्रहण की। इसके बाद बंगलौर आईआईएससी से पढ़ाई की। शिवम छिरोलया इस समय अमेरिकन सेमीकंडक्टर कंपनी क्वालकॉम बैंगलोर में कम्प्यूटर विजन रिसर्चर के रूप में कार्य कर रहे हैं। वह ग्रामीण परिवेश से हैं, उनके पिता मनोज छिरोलया मूकबधिर हैं जबकि मां गृहणी हैं। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बावजूद शिवम ने अथक परिश्रम करते हुए यह मुकाम हासिल किया।
देश व प्रदेश का नाम किया गौरवान्वित
न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में शिवम को परिवार सहित जगह मिलने के बाद देश सहित समूचा प्रदेश गौरवान्वित हुआ है। शिवम छिरोलया के परिजनों को यह खबर मिलते ही उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। शिवम का कहना है कि सफलता के मार्ग पर कोई बहाने नहीं होते। मेहनत और समर्पण से किसी भी परिस्थिति को पार किया जा सकता है। यहां पर बता दें कि शिवम का इसरो में साइंटिस्ट बी एग्जाम में भी सिलेक्शन हुआ था। इसके अलावा देश भर से रिलाइंस फाउंडेशन द्वारा चुने जाने वाले 40 योग्यताधारी में चयन हुआ था और शिक्षा के लिए 6 लाख रुपए भी दिए गए थे। किन्तु शिवम ने कम्प्यूटर विजन रिसर्च पद चयन किया।