एमपी: मरीज बन कर प्राइवेट कार में अस्पताल पहुंचे सतना कलेक्टर, अनियमितता पाए जाने पर फटकार के बाद थमाया नोटिस
सतना कलेक्टर (Satna Collector) अनुराग वर्मा (Anurag Verma) शुक्रवार को आम आदमी बन कर जिला चिकित्सालय पहुंच गए।
सतना कलेक्टर (Satna Collector) अनुराग वर्मा (Anurag Verma) और सीईओ जिला पंचायत डॉ. परीक्षित शुक्रवार को आम आदमी बन कर जिला चिकित्सालय पहुंच गए। अस्पताल में तकरीबन आधे घंटे तक दोनो अधिकारी अस्पताल की गतिविधियों का जायजा लेते रहे। अस्पताल प्रबंधन को जैसे ही कलेक्टर द्वारा अस्पताल का निरीक्षण करने का पता चला वह सकते में आ गए। तुरंत ही मौके पर सीएमएचओ, सिविल सर्जन, आरएमओ और अन्य स्टॉफ पहुंच गया।
यह मिली अनियमितताएं
बताया गया है कि कलेक्टर को निरीक्षण के दौरान काफी अनियमिताएं देखने को मिली। बताते हैं कि कलेक्टर ने अस्पताल के वार्डों, चिकित्सक कक्ष, ओपीडी, दवा वितरण कक्ष का जायजा लिया। इस दौरान कलेक्टर ने चिकित्सकों का ड्यूटी रोस्टर देखा। रोस्टर के अनुसार अस्पताल में चिकित्सक के उपस्थित न होने पर अधिकारियों को फटकार लगाई। गौरतलब है कि दवा वितरण कक्ष में भी कलेक्टर को कोई भी उपस्थित नहीं मिला। जबकि मरीज दवा के इंतजार में यहां लंबी कतार लगाए हुए दिखाई दिए।
नहीं ले गए थे शासकीय वाहन
बताया गया है कि कलेक्टर अपने शासकीय वाहन से अस्पताल नहीं गए थे। वह सीईओ जिला पंचायत की गाड़ी से अस्पताल गए। अस्पताल के बाहर ही ड्राइवर को बाहर उतार दिया। अस्पताल पहुंचने के बाद दोनो अधिकारी बिना किसी से कुछ कहे एक आम आदमी की तरह अस्पताल की ओपीडी पहुंच गए। जिसके कारण कलेक्टर के अस्पताल पहुंचने का पता किसी को भी नहीं चला।