MP : प्रदेश में राशन वितरण व्यवस्था स्मार्ट होगी, एटीएम कार्ड की भांति मिलेगा स्मार्ट कार्ड, अंगूठा लगाने का झंझट खत्म, कोई नहीं डकार सकेगा गरीब का निवाला

भोपाल। प्रदेश में राशन वितरण की स्मार्ट व्यवस्था जल्द लागू होने वाली है। खाद्यान वितरण में गड़बड़ियों पर लगाम लगाने के लिए जल्द ही अब एटीएम कार्ड की तरह उपभोक्ताओं को स्मार्ट कार्ड दिए जाने की योजना बनाई जा रही है। इसके पहले गड़बड़ियां रोकने के लिए पीओएस डिवाइस से ऑनलाइन और ऑफलाइन राशन वितरण की व्यवस्था की गई थी लेकिन इसका भी खास असर नहीं हुआ।;

Update: 2021-07-03 15:21 GMT

भोपाल। प्रदेश में राशन वितरण की स्मार्ट व्यवस्था जल्द लागू होने वाली है। खाद्यान वितरण में गड़बड़ियों पर लगाम लगाने के लिए जल्द ही अब एटीएम कार्ड की तरह उपभोक्ताओं को स्मार्ट कार्ड दिए जाने की योजना बनाई जा रही है। इसके पहले गड़बड़ियां रोकने के लिए पीओएस डिवाइस से ऑनलाइन और ऑफलाइन राशन वितरण की व्यवस्था की गई थी लेकिन इसका भी खास असर नहीं हुआ।

बताया गया है कि उचित मूल्य की दुकानों से राशन लेने वालों की अक्सर शिकायतें रहती हैं कि उस महीने का राशन तो हमें मिला ही नहीं, फिर कागजों में एंट्री कैसे हो गईण् कई उपभोक्ताओं की शिकायतें होती हैं कि पिछले महीने राशन कम मिला। ऐसी ही शिकायतों को दूर करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार नई व्यवस्था करने जा रही है।

सरकार चाहती है कि एटीएम कार्ड की तर्ज पर उपभोक्ताओं को भी राशन के लिए कार्ड मिले। ये कार्ड उपभोक्ता के मोबाइल से जुड़ा होगा। राशन मिलते ही मोबाइल पर इसका मैसेज आएगा। माना जा रही है कि इससे राशन वितरण की व्यवस्था में पारदर्शिता आएगी। गड़बड़ी की आशंका कम होगी। उपभोक्ताओं को पता होगा कि कब उन्होंने राशन लिया है और कितना लिया है क्योंकि कार्ड और मोबाइल में ये सब प्रमाण के रूप में सेव रहेगा।

बता दें कि प्रदेश में 25 हजार 209 उचित मूल्य की दुकानें हैं। इनके जरिए करीब 1 करोड़ 11 लाख परिवारों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत रियायती दरों पर राशन का वितरण किया जाता है। इन दुकानों का संचालन करीब 16 हजार सहकारी समितियां, साढ़े 4 हजार उपभोक्ता सहकारी भंडार और डेढ़ सौ वनोपन समितियां कर रही हैं। अभी तक इन उचित मूल्य की दुकानों पर राशन का वितरण पीओएस मशीनों से किया जाता रहा है। कई बार मशीनें तकनीकी कारणों से खराब हो जाती हैं।

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