MP PFI Training Center: पीएफआई ने मध्य प्रदेश को जिहाद की ट्रेनिंग देने वाला सेंटर बना दिया

MP PFI Training Center: देश के 23 राज्यों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) का नेटवर्क है. हर राज्य को अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गई हैं. जिनमे एमपी जिहाद करने का ट्रेनिंग सेंटर है

Update: 2022-09-27 08:07 GMT

MP PFI Training Center: मिशन इस्लाम इंडिया 2047 (Mission Islam India 2047) का नापाक मकसद पूरा करने के लिए पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) ने भारत के 23 राज्यों तक अपना नेटवर्क फैला दिया। हर राज्य के PFI कार्यकर्ताओं को अलग-अलग काम सौंपे ताकि हिन्दू और हिंदुस्तान के खिलाफ जिहाद करके साल 2047 तक भारत को मुस्लिम मुल्क में तब्दील किया जा सके. 

मध्य प्रदेश से NIA ने 4 और ATS ने मंगलवार को टोटल 22 PFI आरोपियों को हिरासत में लिया है. PFI ने मध्य प्रदेश के कार्यकर्ताओं को यहां ट्रेनिंग सेंटर बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है. जो मुस्लिम युवाओं का ब्रेनवाश करके उन्हें जिहाद करने का काम सौंपते हैं. 

PFI का नेटवर्क मध्य प्रदेश के 25 जिलों तक पहुंच गया है. जहां मुस्लिम युवाओं को जिहाद करने की ट्रेनिंग दिए जाने का काम चलता है. MP ATS ने मंगलवार को इंदौर से अब्दुल करीम बेकरी वाला निवासी इंदौर PFI का प्रदेश अध्यक्ष, अब्दुल खालिद निवासी इंदौर PFI का जनरल सेक्रेटरी, मोहम्मद जावेद निवासी इंदौर PFI का प्रदेश कोषाध्यक्ष और जमील शेख निवासी उज्जैन PFI के प्रदेश सचिव सहित टोटल 22 लोगों को हिरासत में लिया है 

मध्य प्रदेश PFI का ट्रेनिंग सेंटर 

PFI ने मध्य प्रदेश को अपना ट्रेनिंग सेंटर बनाया है. उज्जैन और इंदौर से हुई गिरफ्तारियों के बाद NIA और ATS को मालूम हुआ कि एमपी में PFI के लोग देशविरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए पढ़े-लिखे मुस्लिम नौजवानों को 40 हज़ार रुपए की सैलरी में भर्ती कर रहे थे. ये लोग अन्य मुस्लिमों को PFI से जुड़ने और उन्हें हथियार चलाने की ट्रेनिंग देने और उनका ब्रेनवाश करने का काम करते हैं. 

एमपी के 23 जिलों में PFI का नेटवर्क फैला है जहां बड़े पैमाने पर मुस्लिम युवा देशविरोधी गतिविधियों में शामिल है. एमपी में इस्लामिक शरिया कानून को कायम करने के लिए लोगों को भड़काने का काम किया गया, ऑनलाइन और पर्चे बांटकर लोगों को PFI से जुड़ने के लिए कहा गया. 

ईद के मौके पर इंदौर में मस्जिदों में जाकर जेल में बंद मुस्लिम कैदियों की रिहाई का आश्वासन देते हुए मस्जिदों में बैनर पोस्टर लगवाए गए थे. खरगोन में रामनवमी के वक़्त मुसलमानों द्वारा जो पत्थरबाज़ी और आगजनी की गई थी उसमे भी PFI का हाथ था. 

चाहे राजस्थान के जयपुर में कन्हैयालाल की हत्या हो या महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश कोल्हे की हत्या, कर्नाटक में हिजाब के लिए प्रदर्शन हो या फिर CAA-NRC को लेकर दिल्ली में दंगे और पूरे देश की मस्जिदों में इस बिल के खिलाफ आवाज उठाने का प्रदर्शन हर कहीं PFI की भूमिका रही है. 

PFI का मिशन है साल 2047 तक भारत को इस्लामिक मुल्क बना देना। Mission Islam India 2047 के बारे में अधिक जानने के लिए यहां क्लिक करें 

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