MP : अब ठेले में रखकर ले जाना पड़ रहा शव, नहीं मिली एम्बुलेंस

दमोह। कोरोना ने लोगों के सामने हर तरह से संकट पैदा कर दिया है। लाशों को ले जाने के लिये वाहन भी नहीं मिल पा रहे हैं। लोगों को ठेलों में शव लेकर जाना पड़ रहा है। एक ऐसा मामला दमोह जिले के पथरिया नगर क्षेत्र का सामने आया है जहां इलाज के अभाव एक मां ने दम तोड़ दिया। मां के शव को घर ले जाने के लिए बेटा घंटों एंबुलेंस के लिए परेशान रहा लेकिन वाहन न मिलने पर वह ठेले में मां का शव रखकर घर ले जाने के लिए मजबूर हो गया।

Update: 2021-04-28 16:39 GMT

दमोह। कोरोना ने लोगों के सामने हर तरह से संकट पैदा कर दिया है। लाशों को ले जाने के लिये वाहन भी नहीं मिल पा रहे हैं। लोगों को ठेलों में शव लेकर जाना पड़ रहा है। एक ऐसा मामला दमोह जिले के पथरिया नगर क्षेत्र का सामने आया है जहां इलाज के अभाव एक मां ने दम तोड़ दिया। मां के शव को घर ले जाने के लिए बेटा घंटों एंबुलेंस के लिए परेशान रहा लेकिन वाहन न मिलने पर वह ठेले में मां का शव रखकर घर ले जाने के लिए मजबूर हो गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार दमोह जिले के पथरिया नगर क्षेत्र की रहने वाली कलावती विश्वकर्मा को तबियत खराब होने पर स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे जहां कलावती को तत्काल उपचार की जरूरत थी लेकिन समय पर उपचार न मिलने के कारण अस्पताल में उसकी मौत हो गई। मां की मौत के बाद बेटा एवं परिजन शव को घर ले जाने के लिए वाहन घंटों वाहन की तलाश करते रहे लेकिन उन्हें कोई वाहन नहीं मिला। प्राइवेट एंबुलेंस वाले 2 किलोमीटर का 5 हजार रुपये मांग रहे थे। लिहाजा आर्थिक अभाव के कारण मां के शव को ठेले में रखकर ले जाना पड़ा।

समय पर इलाज नहीं मिलने का आरोप

परिजनों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल में समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण मौत हो गई। बताया गया है कि डाक्टर का घंटों इंतजार करते रहे लेकिन डाक्टरों ने उन्हें यह कहकर भगा दिया कि वह कोविड सेंटर में इलाज कर रहे हैं जिससे उनके मरीज का इलाज नहीं कर पाएंगे। यही कारण है कि महिला की उपचार के अभाव में मौत हो गई। देखा जा रहा है कि तमाम अव्यवस्थाओं के चलते लोग असमय मौत का शिकार हो रहे हैं।

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