MP News: निर्दयी मां ने नवजात बच्ची को खेत में फेंका, पहुंचाया अस्पताल तो बची जान
एक निर्दयी मां ने जन्म के कुछ घंटे बाद ही अपने कलेजे के टुकड़े को खेत में फेंक दिया। जहां पर नवजात बच्ची को फेंका गया था वहां उस खेत में पानी भी था। जिससे उसका काफी हिस्सा गीला था।
MP Raisen News: एक निर्दयी मां ने जन्म के कुछ घंटे बाद ही अपने कलेजे के टुकड़े को खेत में फेंक दिया। जहां पर नवजात बच्ची को फेंका गया था वहां उस खेत में पानी भी था। जिससे उसका काफी हिस्सा गीला था। नवजात के गेहूं के खेत में पानी के बीच पड़ी होने की सूचना डॉयल 100 को दी गई। डॉयल 100 ने 15 किलोमीटर का सफर तय कर उसे रायसेन जिला अस्पताल पहुंचाया। तब जाकर नवजात को नया जीवन मिल सका।
बच्ची को उठा गमछे से लपेट लिया
मामला रायसेन थाना कोतवाली अंतर्गत निहालपुर गांव का बताया गया है। इन दिनों में खेतों में रबी सीजन के कार्य के चलते किसानों द्वारा पानी भी छोड़ने का कार्य किया जा रहा है। इस दौरान गांव के सरपंच रामकुमार यादव के खेत पर भी सिंचाई का काम चल रहा था। सरपंच जब सुबह खेत पहुंचे तो उन्होंने यह देखा कि उनके खेत में एक नवजात पड़ा हुआ है। जहां पर उसे फेंका गया था वह हिस्सा गीला था जिसके चलते बच्ची का शरीर ठंडा पड़ चुका था। उन्होंने बच्ची को उठाकर अपने गमछे से लपेट लिया और इसकी सूचना तत्काल उनके द्वारा डॉयल 100 को दी गई। सूचना पर पहुंची डॉयल 100 ने पाया कि बच्ची की हालत बहुत खराब है किन्तु उसकी चलती सांसों को देख गरम कपड़े से लपेट गाड़ी में सवार हो गए।
नर्स ने सांस देकर बचाई जान
डॉयल 100 की मदद से नवजात को रायसेन जिला अस्पताल पहुंचाया गया। चिकित्सकों की मानें तो ठंड और पानी में पड़े रहने की वजह से उसे हाइपोथर्मिया हो गया। उसकी सांसें तो चल रही थीं लेकिन शरीर में कोई हलचल नहीं हो रही थी। जिसके चलते चिकित्सकों ने उसे भाप देना प्रारंभ किया। नर्स ने नली के जरिए उसे सांसें दीं। समय पर चिकित्सकों द्वारा किए गए उपचार से नवजात की जान बचाई जा सकी। वहीं अब उसकी हालत में भी काफी सुधार है। फिलहाल नवजात को उपचार के लिए जिला अस्पताल के शिशु गहन चिकित्सा इकाई में रखा गया है। रायसेन थाना प्रभारी के अनुसार इस मामले की जांच पुलिस कर रही है। इस घटना को किसके द्वारा अंजाम दिया गया है इसकी छानबीन कर आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।