MP Liquor Policy: एक अप्रैल से एमपी में सस्ती हो जाएगी शराब, बियर, व्हिस्की, देसी, सबके दाम कम होंगे
MP Liquor Policy: एक अप्रैल से मध्यप्रदेश के सभी जिलों में शराब सस्ती हो जाएगी
MP Liquor Policy: मध्यप्रदेश सरकार ने अपनी आबकारी निति में बदलाव किया है, यह बदलाव इस साल 1 अप्रैल से प्रदेश के सभी शहरों में लागु हो जाएंगे, जिसके तहत देशी-ठर्रा सहित विदेशी शराब जैसे रम, व्हिस्की, वाइन, बियर, स्कॉच, टकीला, वोडका सबकुछ सस्ता हो जाएगा। वैसे पूरे देश में एमपी ऐसा राज्य है जहां बाकि प्रदेशों की तुलना में शराब काफी महंगी बिकती है लेकिन अब प्रदेश में दारु सस्ती होने वाली है।
कितना रेट कम होगा
इतना हो जाएगा कि चखने का पैसा बच जाएगा। मतलब एमपी गवर्नमेंट शराब की कीमतों को 10% तक सस्ता कर देगी। जो ओल्ड मोंक का खम्बा 700 में मिलता है वो 1 अप्रैल के बाद 630 रुपए में मिलेगा। मतलब हम उदाहरण दे रहे हैं. बाकि आप अपनी पसंद वाली शराब की असली कीमत में 10% घटा दीजिये, वही नया रेट होगा। अपने देसी लोगों को जो 110 रुपए में ठर्रा मिलता था वो 85 रुपए का हो जाएगा, मतलब डिस्पोजल पानी पाउच और चना का खर्चा बच जाएगा।
महुआ बेचना कोई अपराध नहीं होगा
अभी तक गांव-गांव में पुलिस महुआ शराब बनाने वालों को पकड़ती थी अब नहीं पकड़ेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की पहल से घर में हेरिटेज शराब जैसे महुआ बनाने की अनुमति मिल गई है. इससे गरीब आदिवासियों का आर्थिक सशक्तिकरण होगा और महुआ पीने वालों के लिए भी ठीक रहेगा। आदिवासी लोग अपने घर में होम मेड महुआ शराब बेच सकेंगे। लेकिन ये व्यवस्था सिर्फ डिंडोरी और अलीराजपुर में लागू होगी। आप अपने घर में ना शराब बनाने लगना पुलिस बहुत कूटेंगी, बाकि क्या-क्या होगा वो जानने के लिए आप समझदार हो
खुद का बार खोल लो भाई (MP Liquor Tender)
नई शराब नीति में तो मतलब मामा ने लोगों को फूल आज़दी दे दी है, अब एमपी के लोग खुद का पर्सनल बार खोल सकते हैं. (MP Bar License) लेकिन ये स्कीम उन्ही लोगों के लिए है जो एक साल में 1 करोड़ रुपए से ज़्यादा कमाई करते हैं. इससे कम कमाने वालों को अहाते में ही बैठकर पीना होगा (गरीब लोग) और जिन लोगों को निजी बार खोलना है उन्हें शराब के पैसे तो देने ही हैं साथ बार लाइसेंस के लिए हर साल 50 हज़ार रुपए भी देना होगा। और निजी बार का ये मतलब नहीं है कि आप घर में शराब लाकर बेचना चालू कर दो. वो बेचने के लिए नहीं सिर्फ घर में घर वालों, दोस्तों यारों के लिए है समझें भाई.
एक मस्त बात और जानिए
एमपी में सबके मामा बोले तो शिवराज सिंह चौहान एक समय प्रदेश में दारू बैन करने की बातें करते थे, एमपी में बीजेपी की पूर्व मुख्यमंत्री रहीं उमा भारती तो इसके खिलाफ थीं, साध्वी प्रज्ञा जैसी सांसद तो शराब के ठेकों को बंद ही कर देना चाहती थीं लेकिन यहां तो एमपी गवर्नमेंट ने शराब सस्ती कर दी, लेकिन चलो ठीक है, दिल्ली, यूपी, बंगाल, गोवा वाला रेट फिर भी यहां लागू नहीं हुआ है.