MP Gwalior News: एमपी में बन रही ऐसी लैब जो चीन, रसिया और अमेरिका को देगा टक्कर, जानिए कैसे

MP Gwalior News: मध्यप्रदेश के ग्वालियर में बायोलॉजिकल सेफ्टी लैब-4 (बीएसएल-4 लैब) की स्थापना की जाएगी। रक्षा अनुसंधान एवं विकास स्थापना (डीआरडीई) की इस लैब के बन जाने के बाद भारत बायोलॉजिकल एवं केमिकल सुरक्षा और अनुसंधान में आत्मनिर्भर हो जाएगा।

Update: 2022-11-16 11:02 GMT

MP Gwalior News: मध्यप्रदेश के ग्वालियर में बायोलॉजिकल सेफ्टी लैब-4 (बीएसएल-4 लैब) की स्थापना की जाएगी। रक्षा अनुसंधान एवं विकास स्थापना (डीआरडीई) की इस लैब के बन जाने के बाद भारत बायोलॉजिकल एवं केमिकल सुरक्षा और अनुसंधान में आत्मनिर्भर हो जाएगा। बायोलॉजिकल सेफ्टी लैब-4 का शिलान्यास किया जा चुका है। इस लैब में कोरोना जैसे सूक्ष्मजीव पर भी अनुसंधान किया जा सकेगा। जिससे मध्यप्रदेश का नाम पूरे देश में रोशन हो सकेगा। 400 करोड़ की लागत से बनने वाले इस लैब में डिटेक्शन संबंधी अनुसंधान एवं बायो डिटेक्टर संबंधी अनुसंधान भी किए जाएंगे। जिससे यह चीन, रसिया यहां तक कि अमेरिका में स्थापित लैबों को यह टक्कर देने में सक्षम होगा।

बीएसएल-4 लैब में किस पर होगा रिसर्च

BSL-4 Lab Research: ग्वालियर के रक्षा अनुसंधान एवं विकास स्थापना (डीआरडीई) की बीएसएल-4 लैब में खतरनाक सूक्ष्म जीवों पर अनुसंधान कार्य संभव होगा। यहां तक कि भविष्य में होने वाली आपदाओं का प्रभावी ढंग से इसके जरिए सामना किया जा सकेगा। जानकारी के अनुसार यह लैब वर्ष 2026 तक बनकर तैयार हो जाएगी जिसमें अनुसंधान कार्य प्रारंभ कर दिए जाएंगे। बीएसएल-4 लैब देश की दूसरी और रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत पहली प्रयोगशाला होगी। इसमें कोरोना जैसे वायरस पर भी रिसर्च किया जाएगा।

बीएसएल-4 लैब चीन, रसिया व अमेरिका के होगी समकक्ष

BSL-4 lab equivalent to China, Russia and America: बीएसएल-4 लैब में अनुसंधान कक्ष की सुरक्षा तीन लेयर में की जाएगी। यानी कि यहां रिसर्च वाले साइंटिस्ट को तीन गेट से होकर गुजरना होगा। ऐसा इसलिए किया जाएगा क्योंकि यहां जिन सूक्ष्म जीव का अनुसंधान होगा वह बहुत ही खतरनाक होंगे। ऐसी आधुनिक सुविधाओं वाली लैब अभी भारत में कोई नहीं है। बीएसएल-4 लैब देश की पहली आधुनिक बायोलॉजिकल सेफ्टी लैब होगी। जो अमेरिका, रूस एवं चीन के समकक्ष रहेगी। जानकारी के अनुसार ग्वालियर की नई लैब में अत्याधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे। वहीं लैब को थ्री लेयर सिक्योरिटी में बनाया जाएगा। इस आधुनिक लैब में सभी तरह के बैक्टीरिया एवं वायरस पर रिसर्च तत्परता व सुरक्षा से किया जा सकेगा। लैब के अंदर हवा तक फिल्टर होकर पहुंचेगी और फिल्टर होकर ही बाहर निकलेगी। अभी देश में पुणे स्थित बायोलॉजिकल लैब ही सबसे आधुनिक है लेकिन इस लैब के उपकरण भी काफी पुराने बताए गए हैं। ग्वालियर में अत्याधुनिक बीएसएल-4 लैब का निर्माण हो जाने के बाद इसकी सुरक्षा के दृष्टिकोण से सशस्त्र बल के जवान आधुनिक हथियारों के साथ तैनात किए जाएंगे।

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