एमपी की महिला कांस्टेबल ‘दीपिका’ अब बनेगी ‘दीपक’, पुलिस मुख्यालय ने लिंग परिवर्तन की दी अनुमति
MP News: मध्यप्रदेश की महिला कांस्टेबल दीपिका अब दीपक बन जाएगा। जिसके लिए पुलिस मुख्यालय ने लिंग परिवर्तन की अनुमति दे दी है। किंतु इसके लिए कुछ शर्तें भी रखी गई हैं।
मध्यप्रदेश की महिला कांस्टेबल दीपिका अब दीपक बन जाएगा। जिसके लिए पुलिस मुख्यालय ने लिंग परिवर्तन की अनुमति दे दी है। किंतु इसके लिए कुछ शर्तें भी रखी गई हैं। मामला एमपी के रतलाम का है। यहां की महिला आरक्षक ने तमाम दस्तावेजों के साथ पुलिस मुख्यालय को पत्र भेजते हुए लिंग परिवर्तन की अनुमति मांगी थी। जिस पर पुलिस मुख्यालय ने सभी दस्तावेजों का सत्यापन करते हुए महिला आरक्षक दीपिक कोठारी को लिंग परिवर्तन की अनुमति दे दी है।
महिला आरक्षक ने भेजा था आवेदन
महिला आरक्षक ने इस संबंध में पुलिस मुख्यालय को अपना आवेदन भेजा था। रतलाम में महिला आरक्षक दीपिका कोठारी को बचपन से ही जेंडर संबंधी समस्या थी। इसी के चलते उनके द्वारा चिकित्सकों से उपचार भी करवाया गया। जिस पर दिल्ली के चिकित्सक ने पहले महिला आरक्षक को लिंग परिवर्तन करने की सलाह दी। इसके बाद दीपिका द्वारा पुलिस मुख्यालय को आवेदन करते हुए इसके लिए अनुमति मांगी। महिला आरक्षक ने निवाड़ी की महिला आरक्षक आरती यादव का उदाहरण दिया। महिला आरक्षक दीपिका ने यह भी बताया कि पूर्व में आरती ने जेंडर परिवर्तन के लिए अनुमति मांगी थी। जिसको पुलिस मुख्यालय द्वारा प्रदान कर दी गई थी। इसी के आधार पर उसको भी लिंग परिवर्तन कराने की अनुमति दी जाए।
जेंडर आइडेंटिटी डिसऑर्डर से है पीड़ित
महिला कांस्टेबल दीपिका जेंडर आईडेंटिटी डिसऑर्डर से पीड़ित है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें लिंग के विपरीत व्यवहार अथवा स्वभाव अपनाया जाता है। सीधे शब्दों में यूं कहें कि लड़का यदि इस बीमारी से ग्रसित है तो वह लड़की की तरह व्यवहार करता है। जबकि लड़की लड़के की तरह। यही वजह रही कि चिकित्सकों द्वारा दीपिका को जेंडर परिवर्तन कराने की सलाह दी। चिकित्सकों की सलाह के बाद उसने जेंडर परिवर्तन के लिए पुलिस मुख्यालय को आवेदन भेजा। जिसके बाद अब दीपिका को पुलिस मुख्यालय से इसकी अनुमति मिल गई है। किंतु यह शर्त भी रखी गई है कि दीपिका को लिंग परिवर्तन के बाद महिलाओं को प्राप्त होने वाली सुविधाएं नहीं मिल सकेंगी। जेंडर परिवर्तन कराने के बाद दीपिका का नाम भी बदल जाएगा।