एमपी शिक्षा रिपोर्ट कार्ड जारी: छतरपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा ने मारी बाज़ी, जानें अपने जिले की रैंक

एमपी स्कूल शिक्षा विभाग रिपोर्ट कार्ड न्यूज़: एमपी के जिलों की शिक्षा रिपोर्ट ने विभिन्न जिलों की पढाई के स्तर की पोल खोल दी है।

Update: 2022-09-16 13:08 GMT

एमपी स्कूल शिक्षा विभाग रिपोर्ट कार्ड न्यूज़: एमपी के जिलों की शिक्षा रिपोर्ट ने विभिन्न जिलों की पढाई के स्तर की पोल खोल दी है। दरअसल प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Department) ने गुरुवार को सत्र 2022-23 में पहली कक्षा पहली से आठवीं तक के लिए जिलों का रिपोर्ट कार्ड जारी किया है। इस रिपोर्ट में प्रदेश के छोटे जिलों ने बाज़ी मारी है। तो वहीं प्रदेश के बड़े जिलों की रिपोर्ट ने निराश किया है।

राजधानी ने किया निराश

राजधानी भोपाल की रैंक की बात करें तो मत पूछिए तो अच्छा है.. भोपाल का रैंक 52 जिलों में 51 आया है। मतलब अपनी राजधानी ने पीछे से टॉप किया है भैया.. प्रदेश के जिम्मेदार प्रदेश की सड़को और शिक्षा को लंदन से कम्पेयर करने पर शरमाते तक नहीं। अब उनकी खुद की रिपोर्ट ने पोल खोल कर रख दी। जहां दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था का पूरी दुनियां में डिंडोरा पिट रहा है तो वहीं अपनी राजधानी भोपाल नए कीर्तमान रच रही है। शब्द ख़राब है लेकिन भाई भोपाल राजधानी है हमारी। कम से कम यहां का तो एजुकेशन हाई क्लास होना चाहिए।

छोटे जिलों ने किया दिलखुश

राज्य शिक्षा केन्द्र संचालक धनराजू एस. ने बताया कि जिला रिपोर्ट कार्ड के अनुसार छतरपुर जिले को पहला, बालाघाट को दूसरा और छिंदवाड़ा को तीसरे स्थान प्राप्त हुआ है। इसी तरह संभाग अनुसार ग्रेडिंग में सागर संभाग को पहला, जबलपुर संभाग को दूसरा और नर्मदापुरम को तीसरा स्थान मिला है।

विंध्य का हाल

अगर प्रदेश के विंध्य क्षेत्र के जिलों की बात करें तो शहडोल जिले ने विंध्य के जिलों में टॉप मारा है। शहडोल की रैंक पूरे प्रदेश में 8 वीं है। विंध्य में दूसरा स्थान सीधी का है। सीधी की रैंक पूरे प्रदेश में 14 वीं है। भोपाल की तरह पूर्व विंध्य प्रदेश की राजधानी रीवा ने भोपाल की तरह पीछे से टॉप किया है। बता दें कि 52 जिलों में रीवा की रैंक 46 है। सतना ने बेहद शानदार प्रदर्शन किया है। सतना की रैंक 19 है। सतना जिले का पिछले साल का रैंक 43 था। इस वर्ष बेहद शानदार प्रदर्शन करते हुए 19 रैंक हासिल की है। तो वहीं अनूपपुर की 39, सिंगरौली की 36, उमरिया की 43 रैंक है।

इनकी रैंक में हुआ सुधार

संचालक धनराजू एस. ने बताया कि विगत रैंकिंग की तुलना में निवाड़ी जिले में 31 पायदान की छलांग लगाते हुए 10वां स्थान प्राप्त किया है। गुना ने पिछली रैंकिंग 51 में सुधार करते हुए इस बार 22वीं रैंक प्राप्त की है। रिपोर्ट में प्राथमिकता के आधार पर अनेक कार्य बिंदु निर्धारित किए गए हैं।

टॉप 10 जिले

छतरपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, पन्ना, दमोह, खंडवा, कटनी, शहडोल, सिवनी, निवारी

लास्ट 10 जिले

उमरिया, बुरहानपुर, मोरेना, रीवा, झाबुआ, आगरमालवा, अलीराजपुर, धार, भोपाल, रतलाम

ऐसे बनाई गई रिपोर्ट

जानकारी के अनुसार रिपोर्ट में मुख्यतः बच्चों के नामांकन एवं ठहराव, गुणवत्ता पूर्ण शैक्षिक उपलब्धियां, शिक्षकों का शैक्षणिक उन्नयन, समानता, अद्योसंरचना एवं भौतिक सुविधाएं और सुशासन प्रक्रियाएं आदि को 6 मुख्य भागों में बाँटा गया है। रैकिंग में कुल 32 सूचकांक सम्मिलित हैं। प्रत्येक तिमाही की प्राथमिकता के अनुसार सम-सामायिक रुप से परिवर्तन किए जाते रहेंगे।



Tags:    

Similar News