MP : सीएम की मंत्रियों को ताकीद, तबादला उद्योग का आरोप नहीं लगना चाहिए
भोपाल। प्रदेश में ट्रांसफर पर लगा प्रतिबंध हटने के बाद मुख्यमंत्री ने डिनर पर मंत्रियों को घर बुलाया तथा ताकीद दी कि ट्रांसफर के दौरान किसी भी प्रकार की टंटे मत करना। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस की कमलनाथ सरकार पर तबादला उद्योग के आरोप लगाए गए थे, लेकिन भाजपा सरकार को ऐसे आरोप-प्रत्यारोप से बचने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पारदर्शिता बरतते हुए गाइड लाइन के अनुसार ट्रांसफर होने चाहिए तथा गड़बड़ी करने वालों पर पैनी नजर रखने की जरूरत है।;
भोपाल। प्रदेश में ट्रांसफर पर लगा प्रतिबंध हटने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डिनर पर मंत्रियों को घर बुलाया तथा ताकीद दी कि ट्रांसफर के दौरान किसी भी प्रकार की टंटे मत करना। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस की कमलनाथ सरकार पर तबादला उद्योग के आरोप लगाए गए थे, लेकिन भाजपा सरकार को ऐसे आरोप-प्रत्यारोप से बचने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पारदर्शिता बरतते हुए गाइड लाइन के अनुसार ट्रांसफर होने चाहिए तथा गड़बड़ी करने वालों पर पैनी नजर रखने की जरूरत है।
आपको बता दें कि विगत दिवस कैबिनेट मीटिंग के बाद ऊर्जा विभाग के प्रेजेंटेशन के दौरान ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और यशोधरा राजे सिंधिया के बीच हुई बहस के लीक हो जाने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तत्काल सभी मंत्रियों को डिनर के बहाने अपने घर बुलाया। सूत्रों का कहना है कि डिनर की टेबल पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों को स्पष्ट रूप से समझाइस दी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि अधिकारी, कर्मचारियों के ट्रांसफर में पारदर्शिता बरतें और इसकी प्रक्रिया गाइडलाइन के मुताबिक होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि तबादलों में गड़बड़ी करने वालों पर भी पैनी नजर बनाए रखें। मुख्यमंत्री का इशारा मंत्रियों के स्टाफ की तरफ था। सीएम इससे पहले भी कह चुके हैं कि मंत्रियों को अपने स्टाफ से सतर्क रहना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सभी मंत्री महीने में कम से कम दो बार अपने क्षेत्र का दौरा करें।
कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने तबादला उद्योग के आरोप लगाए थे। यदि कोई चूक हो गई तो यही आरोप शिवराज सिंह सरकार पर भी लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को यह भी समझाया कि ट्रांसफर के मामले में अपने दायरे के बाहर ना निकले। किसी भी ऐसी नोटशीट पर सिग्नेचर ना करें जो विवादित हो सकती है।