एमपी के सीएम शिवराज का फैसला, 1 लाख पदो के भर्ती में 20000 पद संविदा कर्मचारियों के लिए फिक्स
एमपी में एक लाख पदों में होने वाली भर्ती में 20 प्रतिशत स्थान संविदा कर्मचारियों के लिए फिक्स
MP Teacher Vacancy 2022: विधानसभा चुनाव 2023 से पहले प्रदेश की शिवराज सरकार (CM Shivraj Singh) विभागों में खाली पड़े पदों पर प्रदेश के युवाओं को नियुक्ति देने के लिए लगातार काम कर रही है। तो वही सरकारी विभागों में संविदा पर नौकरी करने वाले युवाओं को भी इसमें लाभ मिलेगा और इसके लिए प्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग ने प्रोर्फामा तैयार कर लिया है। जिससे युवाओं के साथ ही संविदा कर्मियों को नौकरी का लाभ मिल सकेगा।
20 प्रतिशत स्थान सुरक्षित
खबरों के तहत प्रदेश सरकार के निर्देश पर प्रशासन ने भर्ती के लिए जो तैयारी की है उसके तहत निकलने वाली वैकेंसी में 20 प्रतिशत स्थान संविदा कर्मचारियों के लिए निर्धारित किया गया है। जानकारी के तहत प्रदेश में तकरीबन 72 हजार संविदा कर्मचारी विभिन्न विभागों में अपनी सेवाए दे रहे है। ऐसे कर्मचारियों को होने वाली भर्ती में लाभ मिलेगा, दरअसल शासन-प्रशासन की मंशा है कि विभागों में काम करने वाले संविदा कर्मचारियों को इस भर्ती के माध्यम से जहां नौकरी दी जाएगी वही कर्मचारियों के अनुभव का लाभ संबधित विभाग को मिलेगा।
दिए गए निर्देश
राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग ने मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग एवं एमपीपीईबी को भर्ती संबधी निर्देश भेज है। जिसके तहत प्रदेश में होने वाली एक लाख पदों पर भर्ती में आरक्षण प्रक्रिया का पालन किए जाने के निर्देश भी दिए गए है। उसी के तहत 20 प्रतिशत यानी की 20 हजार पदों पर संविदा कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी, जबकि 80 हजार पदों पर प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को मौका मिलेगा।
महासंघ ने कहा परीक्षा देना कठिन
संविदा कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष का कहना है कि राज्य शासन ने भर्ती के लिए जो प्रतियोगी परीक्षा की अनिवार्यता कर रहा है, वह गलत है। प्रदेश में 5 वर्ष से 25 वर्ष तक संविदा कर्मचारी विभागों में सेवाएं दे रहे है। वे विभागीय कामों में लगे हुए है और ऐसे में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं के साथ उनकी परीक्षा करवाने से संविदा कर्मचारियों के लिए प्रतियोगी परीक्षा कठिन होगी।