MP Board Exam: इस बार 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षा होगी बेहद आसान, MDM ने सरल किया पश्नपत्र का पैटर्न
MP Board Exam: माध्यमिक शिक्षा मंडल (MDM) ने कई बदलाव किए हैं जिससे बच्चों को परीक्षा में अच्छे नंबर लाने में ज़्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी
MP Board Exam: माध्यमिक शिक्षा मंडल (MP Board) ने इस बार 10th और 12th के प्रश्नपत्रों को काफी आसान बना दिया है। कोश्चन पेपर इतने सरल बना दिए हैं कि शायद ही कोई बच्चा ऐसी परीक्षा देने में फेल होगा। वैसे भी MP में बेस्ट फाइव के आधार पर बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट तैयार किया जाता है और अब पेपर को कुछ ज़्यादा ही आसान बना दिया है।
क्या बदलाव हुए हैं
इस बार बोर्ड परीक्षा में जो पश्न पूछे जाएंगे उसमे 40% तो फिर MCQs होंगे मतलब की ऑब्जेक्टिव टाइप कोश्चन मतलब की सही विकल्प चुनने वाले सवाल यार। लगबघ 30 से लेकर 40 प्रश्न जो एक एक नंबर के होते हैं उनकी संख्या ज़्यादा होगी और मजे की बात तो ये है की परीक्षा में पास होने के लिए सिर्फ 33%अंक लाने पड़ते है. शिक्षा मंत्री इन्दर सिंह परमार ने बताया कि नई शिक्षा निति के तहत ये बदलाव किए गए हैं।
ज़्यादा से ज़्यादा बच्चों को पास करना है
पेपर इसी लिए सरल बनाया जा रहा है ताकि बोर्ड में बैठने वाले ज़्यादा से ज़्यादा बच्चे पास हो सके और सरकारी स्कूलों के रिजल्ट में सुधार आये। इससे पहले बेस्ट ऑफ़ फाइव का सिस्टम लागू किया गया है जिसमे अगर स्टूडेंट किसी एक विषय में फेल भी हो जाए और बाकि 5 में पास रहे तो फेल वाले सब्जेट को बिना गिने छात्र को पास मान लिया जाता है। और फेल न भी हुआ हो सिर्फ नंबर कम आये हों तो भी उस विषय को तोतसल मार्क्स में नहीं जोड़ा जाता। इससे पहले एक या 3 से कम विषय में फेल होने वाले स्टूडेंट को पूरक परीक्षा देनी पड़ती थी। जिसके लिए रुक जाना नहीं योजना भी लाइ गई जिसमे अगर छात्र सभी विषयों में फेल हो जाता है तो एक साल में 2 बार परीक्षा दे सकता है। इस योजना के पहले 3 से ज़्यादा विषयों में फेल होने वाले स्टूडेंट को अगले साल फिर उसकी कक्षा में पढ़ना पड़ता था.
पेपर में और क्या बदला है
जैसा की आपको पहले ही बता दिए है 40% MCQs होंगे और 40% विषय आधारित सवाल होंगे और 20% लॉन्ग टाइप प्रश्न होंगे। हायर सेकेंडरी में 70% सैद्धांतिक और 30% अंक प्रयोगिक के रहेगें। इससे पहले के पेपर्स में 25% की ऑब्जेक्टिव सवाल किए जाते थे। अब माध्यमिक शिक्षा मंडल ने पेपर काफी सरल कर दिया है कोई लद्धड़ ही होगा जो इसके बाद भी फेल हो जाएगा।