एमपी के महाविद्यालयों में अब बायोमेट्रिक मशीन से होगी छात्रों की अटेंडेंस, मनमानी पर लगेगी लगाम
MP College News: एमपी के कॉलेज में अध्ययनरत विद्यार्थियों की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए हायर एजुकेशन (Higher Education) द्वारा एक नया आदेश जारी किया गया है।
MP Bhopal News: कॉलेज में अध्ययनरत विद्यार्थियों की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए हायर एजुकेशन (Higher Education) द्वारा एक नया आदेश जारी किया गया है। जिसके अनुसार अब महाविद्यालयों में छात्रों की अटेंडेंस बायोमेट्रिक मशीन (Biometric Machine) के माध्यम से की जाएगी। गौरतलब है कि ऐसा भी देखने में आया है कि अभी तक अधिकतर विद्यार्थी मनमर्जी तरीके से महाविद्यालयों में जाते थे। प्राध्यापकों या विभागध्यक्षों की कृपा से इनकी उपस्थिति पूरी हो जाती थी। लेकिन अब ऐसा हो पाना संभव नहीं है।
प्रोफेसर्स और कर्मचारियों की भी लगेगी अटेंडेंस
हायर एजुकेशन (Higher Education) द्वारा प्रदेश के अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा और महाविद्यालय प्राचार्यों को जो पत्र भेजा गया है उसके अनुसार प्रोफेसर्स और कर्मचारियों की भी अटेंडेंस अब बायोमेट्रिक मशीन (Biometric Attendance) के माध्यम से लगेगी। गौरतलब है कि विगत वर्ष भी हायर एजुकेशन द्वारा महाविद्यालयों में प्रोफेसर्स की उपस्थिति को अनिवार्य करने के लिए बायोमेट्रिक मशीन लगवाई गई थी। लेकिन बार-बार मशी के बिगड़ने के कारण प्रोफेसर्स द्वारा इसका विरोध किया गया। जिसके बाद बायोमेट्रिक मशीन से अटेंडेंस (Attendance) की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि महाविद्यालयों प्रोफेसर्स और कर्मचारियों के भी आने का कोई निश्चित समय नहीं होता। महाविद्यालयों में कार्य करने वाले कर्मचारी अपनी सुविधा के अनुसार ही महाविद्यालयों में आते हैं। माना जा रहा है कि बायोमेट्रिक मशीन लगने से प्रोफेसर्स और कर्मचारियों की मनमानी पर लगाम लगेगी।
की जाएगी मॉनिटरिंग
बताया गया है कि विवि स्तर पर बायोमेट्रिक मशीन से होने वाले अटेंडेंस की मॉनिटरिंग रजिस्ट्रार द्वारा की जाएगी। जबकि महाविद्यालयों में लगने वाले बायोमेट्रिक मशीन से मॉनिटरिंग का जिम्मा प्रदेश के समस्त अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा को दिया गया है।
500 विद्यार्थियों पर एक मशीन
हायर एजुकेशन ने 500 विद्यार्थियों पर एक बायोमेट्रिक मशीन लगाने का निर्देश दिया है। विभाग ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में 30 सितंबर तक यह कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। जिससे 1 अक्टूबर से बायोमेट्रिक अटेंडेंस ली जाने लगे।