मध्यप्रदेश में एक झटके में 45 हजार से अधिक अतिथि शिक्षक सेवा से हटाए गए
भोपाल. मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग (MPSED) के सरकारी स्कूल में कार्य कर स्कूल शिक्षा रहे अतिथि शिक्षकों (Guest Teachers) को 30 अप्रैल के बाद उन्हें सेवा से हटा दिया गया है.
भोपाल. मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग (MP School Education Department) के सरकारी स्कूल में कार्य कर स्कूल शिक्षा रहे अतिथि शिक्षकों (Guest Teachers) को 30 अप्रैल के बाद उन्हें सेवा से हटा दिया गया है, जिससे प्रदेश में लगभग 45 हजार से अधिक अतिथि शिक्षक बेरोजगार हो गये है। यह वही अतिथि शिक्षक (Atithi Shikshak) हैं, जिनके बदौलत सरकारी स्कूलों का संचालन हो रहा है, बहुत से ऐसे स्कूल हैं जहां आज भी नियमित शिक्षक नहीं है केवल अतिथि शिक्षकों के सहारे ही स्कूलों के ताले खुलते हैं।
प्रदेश सचिव रविकांत गुप्ता ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार एक तरफ रोजगार देने की बात करती है तो दूसरी तरफ हमें बेरोजगार कर रही है हम लगभग 14 साल से अतिथि शिक्षक के पद पर कार्य कर रहे हैं। हमारे बहुत से साथी कहीं पर ट्रांसफर के नाम पर व नई नियुक्ति के नाम पर पद समाप्त कर उन्हें बाहर कर दिया प्रदेश में लगातार स्कूलों से बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। अतिथि शिक्षकों ने राष्ट्रीय मानव आयोग को पत्र में लिखा है।
पत्र में कहा गया है कि हम 14 वर्षों से अपना काम इमानदारी पूर्वक करते हुए सरकारी स्कूलों का संचालन कर रहे हैं। अतिथि शिक्षकों के बदौलत ही हाई व हायर सेकड़ी स्कूल का रिजल्ट संतोषजनक रहा है। प्रदेश के मैरिट सूची भी 80% सरकारी स्कूलों के बच्चे आए हैं। अतिथि शिक्षकों ने मानव आयोग को संज्ञान लेकर उचित कारवाई करने की मांग की है।