मध्य प्रदेश: शादी के बीच बत्ती गुल हुई तो दूल्हे ने किसी दूसरी लड़की को दुल्हन बना डाला!
Madhya Pradesh: ऐसे कांड सिर्फ मध्य प्रदेश में ही हो सकते हैं क्योंकि 'एमपी अजब है सबसे गजब है'
Madhya Pradesh: अजब एमपी में गजब टाइप के लोग रहते हैं, अब इसी कांड को लेलो, शादी चल रही थी, बढ़िया डीजे बज रहा था, बाराती नाच रहे रहे और दूल्हा-दुल्हन शादी की रस्मे पूरी कर रहे थे तभी इतने में ही बत्ती गुल हो गई और जब वापस बिजली आई तो पता चला 'अरे दादा दुल्हन ही बदल गई'
मामला एमपी के उज्जैन का है, जहां बिजली गुल होने से दुल्हनिया ही चेंज हो गई है. अब ऐसे कैसे हुआ? लाइट जाने से पत्नी कैसे बदल गई? आपका सवाल तो लाजमी है. तो दोस्त हुआ कुछ यूं कि एक घर में दो बेटियों की एक साथ शादी हो रही थी, शाम को जब लाइट चली गई तो अंधेरा हो गया, गरीब परिवार इसके लिए जनरेटर का बंदोबस्त नहीं कर पाया, इसी दौरान अँधेरे में ही रस्मे हुई और जब लाइट आई तो बुद्धि खुल गई, पता चला फलाने की दुल्हन ढेकाने की हो गई और ढेकाने की दुल्हनिया फलाने की बन गई,
दुल्हनों की अदला बदली हो गई
उज्जैन के असलाना गांव में 8 मई को रमेशलाल की दो बेटियों की शादी एक ही मंडप से थी, दूल्हे अलग-अलग घर के थे. एक बिटिया का नाम करिश्मा और दूसरी बेटी निकिता की डोली एक ही दिन उतनी थी. निकिता का दूल्हा भोला था और करिश्मा का गणेश।
सब कुछ ठीक चल रहा था, बाराती नाच रहे थे, कुछ खपक के खा रहे थे और दूल्हे लोग रस्म पूरी करने के लिए मंडप में बैठे थे. इतने में लाइट चली गई. और दुल्हनों का मंडप में आना हुआ. दोनों दुल्हनें अपने-अपने दूल्हे के बगल में बैठ गईं. और अँधेरे में ही रस्मों को पूरा किया जाने लगा.
यहां एक खेल हो गया लाइट न होने से किसी को कुछ पता नहीं चला कि भोला कौन है और गणेश कौन है। नितिका ने गणेश का हाथ पकड़ लिया और करिश्मा ने भोला का. ऐसे ही अदला-बदली में पूरी रस्में संपन्न हो गईं.
जब लाइट आई तो बवाल हो गया
जब रात को 11:30 बजे लाइट आई, उँजाला हुआ तो पता चला कि दोनों दुल्हनों ने एक दूसरे के दूल्हे के साथ रस्में पूरी कर ली हैं. पहले तो दूल्हा लोग गुस्सा गए बाद में इसे मजाक में ले लिया गया. फिर से रस्में हुई. गनीमत तो थी के फेरे नहीं हुए वरना नितिका की शादी उसके बहन के पति से हो जाती और करिश्मा की शादी नितिका के पति से.
बहुत कन्फ्यूजन हुआ लेकिन बाद में भोला और गणेश अपनी अपनी दुल्हनों से शादी कर लिए. अंत भला तो सब भला