मध्य प्रदेश: अमरकंटक की इंदिरा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी में केरल के छात्रों को पीटने का पूरा मामला
मध्य प्रदेश की ट्राइबल युनिवर्सिटी में केरल के छात्रों को बुरी तरह पीटने का मामला सामने आया है
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश की एक ट्राइबल युनिवर्सिटी में केरल के छात्रों को पीटने का मामला सामने आया है. घटना अमरकंटक में मौजूद इंदिरा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी की है जहां केरल के स्टूडेंट्स को बुरी तरह पीटा गया है. घायल स्टूडेंटन्स को हॉस्पिटल में एडमिट किया गया और उनकी तस्वीरें भी सामने आई मगर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दावा किया कि कोई भी छात्र अस्पताल में भर्ती नहीं हुआ.
मध्य प्रदेश में केरल के छात्रों की पिटाई
अमरकंटक में मौजूद इंदिरा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी में केरल के छात्रों की पिटाई हुई है. उन्हें इतनी बुरी तरह मारा गया है कि हॉस्पिटल में एडमिट करना पड़ा है. मारपीट का आरोप यूनिवर्सिटी के सुरक्षा कर्मचारियों पर लगाया गया है. आरोप है कि यूनिवर्सिटी के सुरक्षा कर्मचारियों ने केरल के 4 स्टूडेंट्स की बेदम पिटाई की है. इस मामले में केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और वहां के वायनाड से सांसद राहुल गांधी समेत अन्य दक्षिण राज्यों के बड़े नेताओं ने इस घटना की कड़ी शब्दों में निंदा की है.
ट्राइबल युनिवर्सिटी में केरल के छात्रों की पिटाई का मामला
घटना 10 मार्च की बताई जा रही है जिसका खुलासा अब हुआ है. इंदिरा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी में पढाई करने वाले केरल के 4 छात्रों को सुरक्षा कर्मचारियों ने पीटा है. बताया गया है कि शुक्रवार, 10 मार्च को ये छात्र यूनिवर्सिटी के मेन गेट के पास बनी पानी की टंकी पर कुछ तस्वीरें लेने गए थे. वे इस बात से अनजान थे कि वो जगह छात्रों के लिए प्रतिबंधित है, फोटो लेने के बाद जब छात्रों ने हॉस्टल की ओर जाना शुरू किया, अचानक एक गाड़ी उनके पास आई और उस में से बाहर निकले सुरक्षा कर्मचारियों ने छात्रों को पीटना शुरू कर दिया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिटाई के कारण छात्रों को चोटें आईं जिसके बाद उन्हें अनूपपुर स्थित जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.
युनिवर्सिटी ने क्या कहा
यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से कहा गया,
"यह एक भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है कि छात्रों को क्षेत्र विशेष के आधार पर देखा जाता है, जबकि ऐसा नहीं है. माननीय कुलपति जी पूरी यूनिवर्सिटी के अभिभावक हैं. यहां देश के कोने कोने से छात्र-छात्राएं अध्ययन कर रहे हैं. यूनिवर्सिटी प्रशासन इसकी निंदा करता है."
यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से आगे बताया गया कि इस मामले की जांच जारी है. कुलपति ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उसने एक जांच समिति भी गठित कर दी है. ये भी कहा गया है कि कोई भी छात्र अस्पताल में भर्ती नहीं है.