एमपी में आभूषण कारोबारी ने अपनी 11 करोड़ की सम्पत्ति कर दी दान, पत्नी और बेटे के साथ चुनी संयम की राह
एमपी में आभूषण कारोबारी ने अपनी पूरी सम्पत्ति दान कर संयम की राह ले ली है
Balaghat Madhya Pradesh News: आज हर कोई संपत्ति तैयार करता है ताकि उसकी आने पीढ़ी इसका उपयोग कर सकें, लेकिन एमपी के बालाघाट के रहने वाले सराफा कारोबारी राकेश सुराना (Raskesh Surana) ऐसे लोगो से अलग ही सोच बन कर सामने आए है। उन्होंने अब तक जो कमाई की उसे अब दान करके पत्नी और बच्चे के साथ संयम की राह पर चल पड़े है।
11 करोड़ की पूरी सम्पत्ति किया दान
राकेश सुराना ने अपनी 11 करोड़ की पूरी संपत्ति गोशाला और धार्मिक संस्थाओं को दान किए है। वे अब संसारिक सुखों का त्याग करके तपस्वी जीवन जीने के लिए निश्चिय किए है। उनके इस निणर्य पर शहर के लोगो ने एक भव्य शोभायात्रा निकाली और सुराना परिवार का गाजे-बाजे के साथ नाचते गाते हुए स्वागत किए।
जयपुर में लेगें दीक्षा
सुराना परिवार आगामी 22 मई को जयपुर में दीक्षा लेगा। दीक्षा ग्रहण करने में 40 वर्षीय राकेश सुराना, 36 वर्षीय उनकी पत्नी लीना सुराना और 11 वर्षीय बेटा अमय सुराना शामिल है।
श्री सुराना का कहना है कि उन्हें धर्म, आध्यात्म और आत्म स्वरूप को पहचानने की प्रेरणा गुरु महेंद्र सागर महाराज और मनीष सागर महाराज के प्रवचनों और उनके सानिध्य में रहते हुए मिली। वहीं उनकी पत्नी और बेटा भी इस अध्यात्म में ही अपना जीवन जीने की इच्छा बहुत पहले से रख रहे है। जिसके चलते वे भी उनके साथ इस राह में शामिल है।
ज्वेलरी का करते थें कारोबार
राकेश बालाघाट आभूषण का पहले छोटा सा कारोबार शुरू किए थें। उन्होने मेहनत करके इस कारोबार को आगे बढ़ाया और कमाई करने के साथ ही अपनी एक पहचान भी बनाई। वे अपने घर में भौतिक सुखों की तमाम सुविधाओ को भी बनाया, लेकिन अब 42 वर्ष की उम्र में जमा पूंजी दान कर आध्यात्म की तरफ रुख कर रहे हैं।