Lalitpur-Singrauli Railway Line Project: भू अर्जन मुआवजा वितरण में भारी अनियमितता, चल रहा फर्जीवाड़ा
रेलवे की ललितपुर सिंगरौली रेलवे लाइन परियोजना में भूअर्जन मुआवजा वितरण में भारी अनियमितता
Lalitpur-Singrauli Railway Line News: रेलवे लाइन ललितपुर (Lalitpur) एवं सिंगरौली (Singrauli) के अंतर्गत आने वाली जमीनों के भूअर्जन मुआवजा वितरण में भारी अनियमितता किये जाने मामला सामने आया है। बताया गया है कि मूल विस्थापित किसानों की जमीन पर बने आवासों के साथ ही बिना बने आवासों एवं कागजों पर बने आवासों के मुआवजे की राशि का भुगतान हो रहा है। वहीं मूल विस्थापित अभी भी मुआवजा पाने के लिये परेशान हैं।
वहीं भूअर्जन में शामिल कर्मचारियों द्वारा बिना लेनदेन नोटशीट नहीं बढ़ाई जाती है। यदि किसी तरह नोटशीट आगे बढ़ा भी दी गई तो वेंडर बनाकर पेमेंन्ट देने में कमीशन की मांग की जाती है इसके बाद ही भुगतान मिल पाता है।
सूत्रों से जानकारी मिली है कि भूअर्जन कार्यवाहीं में एक विवादित बाबू के नाम खुद और परिजनों के नाम करोड़ों रुपये का मुआवजा दिया जा रहा है। भूअर्जन में लगे अधिकारियों कर्मचारियों ने सांठगांठ कर बिना भूमिस्वामी की सहमति के बेनामी घर दर्ज कराए गए हैं। अब इन बेनामी घरों का भुगतान कर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।
बताया जाता है कि रेलवे लाइन के मुआवजा भुगतान में जनप्रतिनिधियों, सरकारी कर्मचारियों एवं उनके परिजनों ने रेलवे को करोड़ों का चूना लगा चुके हैं। पिछली अनियमितताओं को देखते हुए रेलवे से प्रभावित होने वाली जमीनों को निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं।
वहीं भूअर्जन से छूटे नंबरों पर दिन रात नवीन निर्माण कराये जा रहे हैं। फिर फर्जी मुआवजा भुगतान कराया जायेगा। इन सारे मामलों की जांच कराने की मांग उच्च अधिकारियों से की गई है। रेलवे लाइन निर्माण की शुरूआत से ही ऐसी अनियमितता शुरू हो चुकी थी जो निरंतर जारी है।