एमपी का एक ऐसा अस्पताल जहां शरीर का वर्षों पुराना दर्द बिना आपरेशन कर देते हैं ठीक
बहुत कम लोगों को ही यह मालूम होगा कि एमपी में एक ऐसा अस्पताल भी है जहां व्यक्ति के शरीर के किसी भी हिस्से का दर्द बिना आपरेशन के ठीक कर दिया जाता है।;
बहुत कम लोगों को ही यह मालूम होगा कि एमपी में एक ऐसा अस्पताल भी है जहां व्यक्ति के शरीर के किसी भी हिस्से का दर्द बिना आपरेशन के ठीक कर दिया जाता है। यह अस्पताल लोगों ऐसे मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है जो शरीर के दर्द से ग्रसित हैं। दर्द कितना भी पुराना हो इस अस्पताल में इसका इलाज संभव है। यही वजह है कि महज सात महीनों में यहां 650 से भी ज्यादा दर्द से ग्रसित मरीजों का इलाज किया जा चुका है।
चिकित्सक करते हैं निःशुल्क इलाज
भोपाल का हमीदिया अस्पताल लोगों के लिए वरदान से कम नहीं है। अस्पताल में संचालित पेन क्लीनिक में मरीजों का वर्षों पुराना दर्द का उपचार बिना आपरेशन दूर किया जाता है। यह जानकार आपको हैरानी भी होगी किंतु यह हकीकत है। पेन क्लीनिक में ऐसे लोग भी पहुंचते हैं जिन्हें असहनीय दर्द रहता है। असहनीय दर्द से जूझ रहे 150 से अधिक मरीजों की मामूली सर्जरी (एक छेद करके) स्थायी तौर पर दर्द से निजात दिलाई गई है। यहां ऐसे लोग भी पहुंचते हैं जो पूर्व में किसी न किसी चिकित्सक को दिखा भी चुके होते हैं। पेन क्लीनिक हमीदिया की पुरानी बिल्डिंग के रूम नंबर 26 में एमआरआई के सामने संचालित की जा रही है। यहां पर सोमवार और गुरुवार को ओपीडी होती है। हमीदिया में दर्द से ग्रसित मरीजों का इलाज चिकित्सकों द्वारा निःशुल्क किया जाता है।
दर्द रहित होता है इलाज
इस संबंध में हमीदिया के दर्द रोग विशेषज्ञ डाॅ. जयदीप सिंह ने बताया कि पेन क्लीनिक में वर्षों पुराने दर्द को बिना आपरेशन के ठीक किया जाता है। इलाज दर्दरहित होता है। यहां पहुंचने वाले दर्द के मरीजों को करीब एक सेंटीमीटर छोटे छेंद से इंजेक्शन के माध्यम से दर्द की शुरुआत वाले पाइंट को ही निकालकर इलाज किया जाता है। केवल दर्द वाले हिस्से को सुन्न किया जाता है। इस दौरान मरीज को 24 घंटे अस्पताल में भर्ती किया जाता है।
इस तरह के दर्द लेकर पहुंच रहे मरीज
पेन क्लीनिक में पहुंचने वाले सर्वाधिक मरीज कमर दर्द और स्लिप डिस्क वाले रहते हैं। जिसकी संख्या तकरीबन 50 प्रतिशत रहती है। इसके साथ ही कंधा-गर्दन दर्द, घुटना दर्द की शिकायत लेकर भी मरीज यहां पहुंचते हैं। जबकि 5 प्रतिशत मरीजों में कैंसर के दर्द समेत अन्य प्रकार के दर्द वाले मरीज शामिल रहते हैं। यह मरीज ऐसे रहते हैं जो कम से कम छह महीने पूर्व से दर्द की बीमारी से ग्रसित हैं। जबकि तीन वर्ष पुरानी दर्द की शिकायत को लेकर भी मरीज यहां अपना इलाज करवाने पहुंच रहे हैं।