8 सितंबर से एमपी में आसमानी आफत बन कर बरसेंगे बादल, इन जिलों में अलर्ट जारी
MP Weather Forecast: मौसम में जिस तरह से सिस्टम बन रहे है उससे अभी बारिश से राहत मिलती नजर नहीं आ रही है।
Madhya Pradesh Weather Forecast: जिस तरह से मौसम में सिस्टम बन रहे है उससे अभी बारिश से राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो ली नीना सिस्टम तो बन ही रहा है, तो वही 8 सिंतबर से बंगाल की खाड़ी (Bay Of Bengal) में कम दबाब का क्षेत्र (Low Pressure Area) बन रहा है। जिससे एक बार फिर मौसम में बारिश के आसार बन रहे है। मौसम के इन दोनों सिस्टम का असर मध्यप्रदेश में भी पड़ेगा।
यहां होगी बारिश
एमपी मौसम विभाग का जो अनुमान है उसके तहत सितंबर में 'ला नीना सिस्टम' के कारण उज्जैन को छोड़कर भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर समेत प्रदेशभर में सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है। दूसरे और तीसरे सप्ताह में मानसून की गतिविधियां तेज होंगी। जबकि 8 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में जो सिस्टम बन रहा इससे दूसरे व तीसरे सप्ताह में दक्षिण व उत्तरी हवा के टकराने से हल्की से मध्यम वर्षा का दौर चलेगा।
मानसून की बन रही ट्रफ लाइन
एमपी मौसम विभाग के अनुसार, मानसून ट्रफ लाइन पंजाब से होते हुए गुजर रही है। यह फिर से हिमालय की तराई की ओर जा रही है, लेकिन बंगाल की खाड़ी के सक्रिय होने पर यह दक्षिण की ओर खिसकेगी। इसके नीचे आने पर हवा में नमी बढ़ेगी। जिससे जबलपुर सहित संभाग के जिलों में सितंबर के दूसरे सप्ताह तक बादल बनने तथा चमक-गरज के साथ बारिश एवं आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना जताई जा रही है।
तीसरे सप्ताह हो सकती है मानसून की विदाई
अभी तक जो अनुमान जताया जा रहा है उसके तहत तीसरे सप्ताह मानसूनी बारिश के आसार बने हुए है तो वही तीसरे सप्ताह के बाद मानसून की विदाई शुरू हो जाएगी। ज्ञात हो कि जून माह में मानसून एक्टिव होते है और चार माह तक बारिश का दौरा चलता है।