एमपी में आई उड़ने वाली गिलहरी, कंगारू की तरह दिखने वाला गलागो व यलो एनाकोंडा
उड़ने वाली गिलहरी व बंदर प्रजाति का कंगारू की तरह दिखने वाला गलागो एमपी पहुंच चुका है। इनको आस्ट्रेलिया से लाया गया है। लाए गए सभी एनिमल को 21 दिन के क्वारेंटाइन पर रखा गया है।
उड़ने वाली गिलहरी व बंदर प्रजाति का कंगारू की तरह दिखने वाला गलागो एमपी पहुंच चुका है। इनको आस्ट्रेलिया से लाया गया है। गुजरात के जामनगर स्थित ग्रीन जूलाॅजिकल गार्डन से यलो एनाकोंडा के जोड़े सहित 15 प्रजाति के एनिमल एमपी लाए गए हैं। बताया गया है कि एनाकोंडा यहां पहली बार लाया गया है। लाए गए सभी एनिमल को 21 दिन के क्वारेंटाइन पर रखा गया है। जिसके बाद ही पर्यटक इनको देख सकेंगे।
पहली बार लाए गए यलो एनाकोंडा के जोड़े
एमपी इंदौर के कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में गुजरात के जामनगर स्थित ग्रीन जूलाॅजिकल गार्डन यलो एनाकोंडा के जोड़े लाए गए हैं। एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत 15 प्रजाति के 42 एनिमल्स को यहां लाया गया है। पहली बार यहां एनाकोंडा आया है जिसकी उम्र केवल 6 से 8 माह बताई गई है। जिनकी लंबाई अभी साढ़े चार फीट तक है। बताया गया है कि इनकी लंबाई 25 फीट तक हो जाएगी। अब यहां आस्ट्रेलिया से उड़ने वाली गिलहरी के साथ ही बंदर की प्रजाति का कंगारू की तरह दिखने वाला गलागो का भी दीदार अब यहां पर्यटक कर सकेंगे।
इन देशों के एनिमल्स का होगा दीदार
कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में साउथ अमेरिका के ग्रीनकिंग मकाऊ, आस्ट्रेलिया के रोजऐला, अफ्रीका के ब्लैक पाइथन, अजगर, साउथ अफ्रीका के गलागो बंदर प्रजापति, अमेरिका के मार्मोसेट पकेट बंदर, इंडोनेशिया के मुलकन काकाटु, आस्ट्रेलिया के लारी चिड़िया, अमेरिका के कानसुर चिड़िया सहित कुल 20 पक्षियों का दीदार पर्यटकों को मिल सकेगा।
इनका कहना है
इस संबंध में कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय इंदौर जू के प्रभारी अधिकारी डाॅ. उत्तम यादव का कहना है कि एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत 15 प्रजाति के 42 एनिमल्स को यहां लाया गया है। पहली बार यहां एनाकोंडा यहां लाया गया है। सभी का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। 21 दिन क्वारेंटाइन के बाद इन्हें दर्शक देख सकेंगे।