एमपी के तालाब में मिली अमेरिका में पाई जाने वाली मछली, मगरमच्छ जैसा है जबड़ा, इंसानों पर भी कर देती है हमला

MP News: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित बड़े तालाब में एक ऐसी मछली पाई है जो अमेरिका में पाई जाती है। इस मछली का जबड़ा मगरमच्छ जैसा है।

Update: 2023-04-19 09:59 GMT

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित बड़े तालाब में एक ऐसी मछली पाई है जो अमेरिका में पाई जाती है। इस मछली का जबड़ा मगरमच्छ जैसा है। यह इंसानों पर भी हमला कर देती हैं। इस तरह की मछली एमपी के तालाब में पहली बार देखने को मिली है। इस तरह की मछलियां उत्तरी अमेरिका के मीठे पानी में पाई जाती हैं। मगरमच्छ जैसी दिखने वाली इस मछली को क्रोकोडाइल फिश और एलीगेटर गार भी कहा जाता है।

आरी की तरह होते हैं बड़े-बड़े दांत

भोपाल के बड़े तालाब में पानी गई मछली के आरी जैसे बड़े-बड़े दांत हैं। यह अपनी सुरक्षा के लिए इंसानों पर भी हमला कर देती है। इस तरह की मछलियां उत्तरी अमेरिका के मीठे पानी में पाई जाती हैं। जिनकी उम्र 18 से 20 वर्ष होती है। इन मछलियों की लंबाई 10 फीट तक हो सकती है। एलिगेटर गार नामक इस मछली को लोग पालना भी पसंद करते हैं। इनका केरल में पालन भी किया जाता है। पांच इंच के मछली के बच्चे की कीमत 1 हजार रुपए से लेकर 2 हजार रुपए तक होती है। उत्तरी अमेरिका में इस मछली के अटैक के केस भी सामने आते रहते हैं। यह मछली मांसाहारी होती है।

फिशिंग के दौरान कांटे में फंस गई

बताया गया है कि भोपाल के बड़े तालाब में फिशिंग के दौरान यह मछली कांटे में फंस गई। यह मछली अनस खान के फिशिंग रॉड के कांटे में फंसी। जब उन्होंने इसको बाहर निकाला तो उसका जबड़ा मगरमच्छ जैसा नजर आया। फिशिंग के दौरान ही मछली मर गई थी। जिसको अनस अपने घर पर ले जाकर रख लिया। इसकी जानकारी होते ही उसके घर पर मछली को देखने के लिए लोगों का तांता लगने लगा।

स्मगलिंग कर दो साल पूर्व लाई गई थी इंदौर

इसी तरह की मछली एलिगेटर गार फिश को दो वर्ष पूर्व दिसम्बर महीने में इंदौर लाया गया था। मछली को चोरी छिपे एक्वेटिक पोर्ट में रखकर मुंबई से लाया गया था। डीआरआई की इंफोर्समेंट टीम द्वारा जब इंदौर एयरपोर्ट पर संबंधित से मछली पालन के दस्तावेज मांगे गए तो टीम को उपलब्ध नहीं करा सका। जिसके बाद स्मगलिंग की आशंका पर मछली को जब्त करते हुए इंदौर नगर निगम ने इसे एक्टिवेटेड एक्वेरियम में रख दिया था। अब इसी तरह की मछली भोपाल के बड़े तालाब में फिशिंग के दौरान पाई गई। इससे ऐसी संभावना जताई जा रही है कि इस तरह की मछलियां तालाब में और भी हो सकती हैं।

Tags:    

Similar News