मध्यप्रदेश में आबकारी अधिकारियों की करतूत, 42 करोड़ का घोटाला सामने आया

भोपाल। प्रदेश में भ्रष्टाचार का एक फिर बड़ा मामला सामने आया है। जहां आबकारी विभाग के अधिकारियों द्वारा बड़ा घोटाला किया गया है। इस घोटाले में कई जिलों के अधिकारियों की संलिप्तता सामने आ रही है। घोटाला सामने आने के बाद आबकारी आयुक्त द्वारा नोटिस जारी कर सात दिवस के अंदर जिम्मेदारों से जवाब मांगा गया है।;

Update: 2021-06-16 09:49 GMT

भोपाल। प्रदेश में भ्रष्टाचार का एक फिर बड़ा मामला सामने आया है। जहां आबकारी विभाग के अधिकारियों द्वारा बड़ा घोटाला किया गया है। इस घोटाले में कई जिलों के अधिकारियों की संलिप्तता सामने आ रही है। घोटाला सामने आने के बाद आबकारी आयुक्त द्वारा नोटिस जारी कर सात दिवस के अंदर जिम्मेदारों से जवाब मांगा गया है।

मामला शासन द्वारा निर्धारित मूल्य से कम मूल्य पर सैकड़ों शराब की दुकाने ठेके पर देने का है, शासन के द्वारा निर्धारित मूल्य से कम पर शराब दुकानों का ठेका देने पर मध्यप्रदेश के होशंगाबाद, बड़वानी, छतरपुर, अनुपपुर, बैतूल, बुरहानपुर, रतलाम, सिवनी, शहडोल सहित 10 ज़िले के सहायक आबकारी आयुक्त और ज़िला आबकारी अधिकारियों को आबकारी आयुक्त राजीव चन्द्र दुबे के निर्देश पर अपर आबकारी आयुक्त ने 14 जून को नोटिस जारी कर उनसे सात दिनों में जवाब मांगा है।

मध्यप्रदेश में आबकारी विभाग में हुए इस घोटाले में 10 जिलों के सहायक आबकारी आयुक्त और आबकारी अधिकारी लिप्त हैं। घोटाला सामने आने के बाद राज्य के आबकारी आयुक्त राजीव चंद्र दुबे के निर्देश पर अपर आबकारी आयुक्त द्वारा इन जिलों के अफसरों को नोटिस जारी कर 7 दिन में जवाब मांगा गया है।

आपको बता दें कि प्रदेश में ऐसे कई बड़े विभाग हैं जहां जिम्मेदारों द्वारा जमकर लेनदेन किया जा रहा है। अभी हाल ही में एक मामला एफसीआई का सामने आया था जहां अधिकारियों को रंगे हाथों घूंस लेते पकड़ा गया। इसके बाद सीबीआई द्वारा छापामार कार्रवाई भी की गई जहां काफी अवैध सम्पत्ति की जानकारी सामने आई। इसी तरह से अन्य विभागों ने भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है लेकिन कोई लगाम लगाने को तैयार नही है।

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