एमपी में बदले जायेंगे इस विभाग के कर्मचारी, सीएम शिवराज ने कहा 'एक ही स्थान पर पदस्थ नहीं रहेंगे अधिकारी'
मध्य प्रदेश में कानून-व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश में किसी भी स्थिति में शांति भंग नहीं होनी चाहिए, दंगा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पिछले दिनों खरगोन में कई जगह दंगे हुए। ऐसे में प्रदेश के मुखिया सीएम शिवराज ने कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक ली। मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सीएम शिवराज ने कहा कि प्रदेश में किसी भी स्थिति में शांति भंग नहीं होनी चाहिए, दंगा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आगामी दिनों में आ रहे त्यौहार निर्विघ्न संपन्न हो, यह हर हालत में सुनिश्चित किया जाए।
पुलिस अधिकारियो से उन्होंने कहा कि पवित्र संकल्प के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें। चिन्हित अपराधियों पर कार्यवाही जारी रहे, संपूर्ण प्रदेश में चाक-चौबंद व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। थाना स्तर पर कॉन्स्टेबल, हेड कांस्टेबल को दायित्व सौंपकर उनकी नेतृत्व क्षमता का उपयोग करते हुए बीट व्यवस्था को सशक्त किया जाए। मजबूत इंटेलिजेंस के लिए कार्य योजना प्रस्तुत करें।
उन्होंने कहा, भारत सरकार या अन्य राज्यों के प्रभावी मॉडलों का अध्ययन किया जाए। धार्मिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने के लिए संबंधितों को प्रोत्साहित किया जाए। अवैध कब्जों से भूमि मुक्त कराने और अशांति फैलाने वालों के विरूद्ध अभियान जारी रहेगा। पुलिस और प्रशासन संयुक्त रूप से कार्य करें। शरारती तत्वों तथा अवैध गतिविधियों में लिप्त व्यक्तियों को मदद और संरक्षण देने वाले लोगों को चिन्हित किया जाए।
अधिकारी अपने जिले और प्रभार के क्षेत्र में आवश्यक रूप से भ्रमण करें तथा जनता से जीवंत संवाद रखें। जिन अधिकारियों का जनता से सीधा संवाद है और जिनकी प्रभावशीलता जन-सामन्य में अधिक है, उन्हें मैदानी क्षेत्र के दायित्व सौपे जाएँ। ग्राम तथा नगर रक्षा समितियों को सक्रिय करें एवं उनका पुनर्गठन करें।
सीएम शिवराज ने कहा कि, यह सुनिश्चित किया जाए कि थानों पर पदस्थ स्टाफ लम्बे समय तक एक ही स्थान पर पदस्थ न रहे, स्टाफ में नियमित रूप से बदलाव होता रहे।