Dhar Dam News: कारम बांध बचाने में राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास कर रही सरकार, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने CM से की बात

Dhar Dam Latest News: बांध को बचाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं, वहीं पता चल रहा है कि सेना के जवान भी लगे हुए हैं।

Update: 2022-08-14 07:43 GMT

MP Dhar News: मध्य प्रदेश के धार जिले में कारम नदी (Karam River) पर निर्माणाधीन बांध (Karam Dam) मे अचानक जल रिसाव (Seepage In Dam) होने पर पूरे प्रदेश का शासन और प्रशासन अलर्ट हो गया है। बांध को बचाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं। वहीं पता चल रहा है कि सेना के जवान भी लगे हुए हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) , गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) तथा केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) से फोन पर चर्चा कर बांध से जुड़ी हुई जानकारी साझा की। बांध को बचाने के लिए बांध को खाली करने की दिशा पर काम चल रहा है।

कंट्रोलरूम में डटे सीएम

जैसे ही कारम बांध में लीकेज (Karam Dam Leakage) होने की जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंची वह स्वयं ही अपनी टीम के साथ कंट्रोल रूम में पहुंच गए। स्थिति को देखते हुए आसपास के 18 गांवों को खाली करवा लिया गया है। वहीं हर स्थिति से निपटने तैयारी की जा रही है।

सीएम ने बताया कि राष्ट्रीय बांध सुरक्षा प्राधिकरण के विवेक त्रिपाठी व केंद्रीय जल आयोग के चीफ इंजीनियर आदित्य शर्मा विशेषज्ञ के रूप में आए हुए हैं। वह बांध पर पहुंच कर पूरी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं जानकारी देते हुए बताया कि वह टीम के साथ कंट्रोल रूम में बैठकर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। साथ ही उन्होंने बताया की पल-पल की जानकारी के लिए स्वयं प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट के साथ ही कलेक्टर, कमिश्नर, आईजी, चीफ इंजीनियर तथा बांध से जुड़े हुए सभी छोटे बड़े अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।

बांध को खाली करवाना आवश्यक

सीएम शिवराज का कहना है कि बांध से जुड़े हुए मामले पर विशेषज्ञों की राय ली जा रही है। तय कार्यक्रम के अनुसार बांध को खाली करने की दिशा में तेजी से कार्य चल रहा है। बड़ी-बड़ी मशीनों का सहारा लिया जा रहा है जिस से बांध के पानी को सुरक्षित तरीके से निकाला जाए।

एहतियात के तौर पर पहले ही 18 गांवों को खाली करा लिया गया है।

ग्रामीणों को सुरक्षित राहत कैंप रखा गया। वहां पर भोजन, शुद्ध पेयजल तथा स्वास्थ्य सुविधा जैसी मूलभूत व्यवस्थाएं दुरुस्त की गई हैं। बताया गया है कि गांव के मवेशियों को निकाल कर सुरक्षित ऊंचाई वाले स्थानों पर पहुंचाया गया है।

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