Vyapam कार्यालय के बाहर प्रदर्शन, MP-TET परीक्षा को रद्द करने और आरक्षक भर्ती परीक्षा के जांच की मांग
भर्ती परीक्षा को लेकर व्यापम कार्यालय के बाहर अभ्यार्थियों का शुरू हुआ धरना-प्रदर्शन.
भोपाल। व्यापम भर्ती परीक्षा (Vyapam Recruitment Exam) को लेकर प्रदेश भर के अभ्याथी सोमवार को भोपाल के व्यापमं कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन कर रहे है। जानकारी के तहत कार्यालय के बाहर प्राथमिक शिक्षा पात्रता परीक्षा एवं आरक्षक भर्ती परीक्षा देने वाले अभ्यार्थियों की मांग है कि एमपी-टीईटी परीक्षा को रद्द किया जाए और आरक्षक भर्ती परीक्षा की जांच कराई जाए है।
पुलिस बल तैनात
व्यापमं कार्यालय के बाहर प्रदर्शनकारियों की बढ़ती भीड़ एवं उनमें व्याप्त आक्रोष को देखते हुए कार्यालय के गेट बंद कर दिए गए हैं। किसी को भी अंदर जाने नहीं दिया जा रहा। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए कार्यालय परिसर में पुलिस बल तैनात किया गया है।
गृहमंत्री ने बताया षड्यंत्र
एमपी-टीईटी के पेपर का स्क्रीनशॉट वायरल होने के मामले को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा षड्यंत्र बताए है। उन्होंने कहा- कूटरचित स्क्रीनशॉट दिखाकर सीधे मुख्यमंत्री के ओएसडी को बदनाम करने की यह महज साजिश है। उन्होने कहा कि जांच के लिए आवेदन आएगा तो जांच की जाएगी।
कांग्रेस नेताओं पर मामला दर्ज
एमपी-टीईटी के पेपर का स्क्रीनशॉट वायरल का यह मामला प्रदेश भर में सुर्खियों में आ गया है। मुख्यमंत्री सचिवालय में उपसचिव लक्ष्मण सिंह मरकाम ने इस मामले को लेकर भोपाल के अजाक थाने में कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री और मीडिया प्रभारी केके मिश्रा और व्यापमं के व्हिसिल ब्लोअर डॉ. आनंद राय के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। दोनों के खिलाफ अनुसूचित जनजाति निवारण अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। लक्ष्मण सिंह का आरोप है कि दोनों ने सोशल मीडिया के जरिए उनकी छवि धूमिल की है।
यह है मामला
जानकारी के तहत एमपी-टीईटी परीक्षा का पर्चा सोशल मीडिया पर लीक हो गया था। जो स्कीनशॉर्ट सोशल मीडिया पर आई है उसमें कांग्रेस नेताओं का कहना है कि वह लक्ष्मण सिंह के नाम से है। उनका आरोप है कि सीएम के ओएसडी भी लक्ष्मण सिंह है। बहरहाल यह मामला प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवकों से जुड़ा हुआ है। तो वही परीक्षा की पवित्रता पर भी सवाल उठ रहे है।