एमपी में मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना हुई लॉन्च, सीएम बोले बहनों में मां दुर्गा, लक्ष्मी व सरस्वती दिखती हैं
MP News: मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना की शुरुआत आज से मध्यप्रदेश में हो गई। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के जंबूरी मैदान में रिमोट के जरिए इस योजना को लॉन्च किया।
मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना की शुरुआत आज से मध्यप्रदेश में हो गई। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जंबूरी मैदान में रिमोट के जरिए इस योजना को लॉन्च किया। इस योजना से महिलाओं को हर माह 1 हजार रुपए प्रदान किए जाएंगे। वर्ष भर में इस योजना के तहत 12 हजार रुपए मिल सकेंगे। योजना लॉन्च करने के अवसर पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अभी तक उनके द्वारा बेटियों की पूजा की जाती थी किंतु अब बहनों में वह मां दुर्गा, लक्ष्मी और सरस्वती को देखते हैं।
योजना का पहला फार्म सीएम ने अपने हाथों से भरा
इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहना योजना का पहला फार्म खुद अपने हाथों से भरा। यह फॉर्म भोपाल की रसूली बेलदान की कविता मस्तेरिया का था। सीएम ने मौके पर कविता से प्रश्न किया कि आपके परिवार से कोई सांसद या विधायक तो नहीं है। जिस पर कविता ने जवाब दिया कि आप हैं न। कविता का जवाब सुनकर सीएम के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई। सीएम ने कहा कि हमारे यहां बेटी-बहनों को दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती मानते हैं। राम के नाम से पहले सीता का नाम लिया जाता है। विष्णु जी के नाम से पहले लक्ष्मी जी का नाम लिया जाता है। धीरे-धीरे हमारी बहनें कई बार भेदभाव का शिकार हो गईं। कई बार उन्होंने यह देखा कि बेटा यदि परिवार में जन्म लेता है तो उसका स्वागत किया जाता है किंतु यदि बेटी पैदा होती है तो मां की भी सूरत उतर जाती है। जिस पर उन्हें बेहद तकलीफ होती थी। जिस पर मैंने बेटियों के लिए कई योजनाएं प्रारंभ कीं।
बेटियों को लखपति बनाने बनाई लाडली लक्ष्मी योजना
सीएम ने कहा कि जब वे मुख्यमंत्री बने तो पहली योजना कन्या विवाह योजना बनाई। किंतु जब यह लगा कि इससे काम नहीं चलेगा तो बेटियों को लखपति बनाने के लिए लाडली लक्ष्मी योजना बनाई। इसके बाद यह तय किया कि 12वीं में गांव की बेटी 60 प्रतिशत नंबर लाए तो उसे 5 हजार रुपए प्रदान किए जाएंगे। ऐसे में तमाम योजनाएं लाई गईं। किंतु कमलनाथ की सरकार आई तो ऐसी कई जनहितैषी योजनाओं को बंद कर दिया गया। उन्होंने कहा कि बहनें मुझे भाई मानती हैं तो मैं भी अपनी बहनों के लिए कुछ दूं। फिर यह विचार मन में आया कि साल भर में एक बार पैसा देने से काम नहीं चलेगा, हर महीने बहनों को पैसा देंगे तो उनकी समस्या का समाधान हो सकेगा।
लाडली बहना योजना में नहीं देना होगा निवास व आय प्रमाण पत्र
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाड़ली बहना योजना केवल योजना नहीं बहनों की जिंदगी बचाने का महाभियान है। योजना का लाभ पाने के लिए न तो मूल निवास लगेगा और न ही आय प्रमाण पत्र। इसके साथ ही एक पैसा भी नहीं देना होगा। इसमें यदि कोई दलाली करता है तो 181 पर फोन कर देना हथकड़ी लगवाकर जेल भिजवा दूंगा। सीएम ने कहा कि योजना के आवेदन फॉर्म भरने के लिए गावों और वार्डों में शिविर का आयोजन किया जाएगा जिसकी सूचना भी लोगों को दी जाएगी। इस योजना के तहत एक दिन में 30 आवेदन भरे जाएंगे। शिविर तब तक चलता रहेगा जब तक सब लोगों के फॉर्म भर नहीं जाते। इसके लिए 25 मार्च से आवेदन भरने प्रारंभ किए जाएंगे। 20 अप्रैल तक यह प्रक्रिया चलेगी। यदि जरूरत पड़ती है तो इस तिथि को और आगे बढ़ाया जाएगा।